बांके बिहारी की छवि देख मंत्रमुग्ध हुईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, परिवार संग की पूजा-अर्चना

मथुरा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को वृन्दावन के अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान विभिन्न मंदिरों में श्रद्धापूर्वक दर्शन-पूजन किया। इस दौरान वह बांके बिहारी की छवि देखकर मंत्रमुग्ध हो गईं। मुर्मू के इस दौरे पर उनके साथ उनकी पुत्री इतिश्री मुर्मु, दामाद और उनके दोनों नाती भी मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने एक दल की अगुवाई करते हुए उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति मुर्मू पूर्वाह्न 10 बजे विशेष महाराजा एक्सप्रेस ट्रेन से मथुरा के वृन्दावन रोड स्टेशन पहुचीं।

राष्ट्रपति मुर्मू सबसे पहले ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर पहुचीं। यहां मंदिर समिति की ओर से अध्यक्ष अशोक कुमार और सदस्य दिनेश गोस्वामी ने उनका स्वागत किया। सेवाधिकारियों शैलेंद्र गोस्वामी, गौरव गोस्वामी ने उन्हें देहरी पूजन और अष्टक पूजन कराया। राष्ट्रपति ने मंदिर में भेंट स्वरूप एक लिफाफा भी चढ़ाया।
इस अवसर पर, मंदिर को देश-विदेश से मँगाए गए विशेष फूलों से सजाया गया था और पूरे प्रांगण में कन्नौज से मंगाए गए गुलाब के इत्र का छिड़काव किया गया था।

जिला प्रशासन ने राष्ट्रपति और उनके परिवार को बंदरों की चपेट में आने से बचाने के लिए मंदिर और आसपास की छतों पर वन विभाग के लोगों को गुलेल तथा ‘एयरगन’ देकर तैनात किया था, जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। इसके बाद राष्ट्रपति निधिवन पहुंचीं। निधिवन में ही राधारानी की सुंदर प्रतिमा उनके भक्त स्वामी हरिदास जीको प्राप्त हुई थी। राष्ट्रपति ने इस प्राकट्य स्थली के दर्शन किए और साथ ही स्वामी हरिदास की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें सम्मान प्रकट किया। उन्होंने निधिवन में लगभग 500 मीटर पैदल चलकर राधारानी की प्राकट्य स्थली की परिक्रमा भी की।

राष्ट्रपति ने अपने दौरे के दौरान परिक्रमा मार्ग पर संत सुदामा दास महाराज की भजन कुटी का लोकार्पण भी किया। सुदामा कुटी से निकलने से पूर्व, राष्ट्रपति ने अपनी स्वर्गीय माता की स्मृति में पौधारोपण भी किया।

बाद में, राष्ट्रपति वृन्दावन के एक होटल में दोपहर का भोजन एवं विश्राम करने के बाद मथुरा में तिलकद्वार के निकट आर्यनगर स्थित श्रीकुब्जा-कृष्ण मंदिर के दर्शन करने गईं।इस पूरे दौरे के दौरान प्रोटोकॉल के तहत सरकार की ओर से गन्ना विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण सहित आगरा मंडल के सभी वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी राष्ट्रपति के साथ रहे।

राष्ट्रपति के दौरे के समय पूरे जनपद में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए थे। राष्ट्रपति ने 18 डिब्बों वाली आलीशान विशेष ट्रेन (महाराजा एक्सप्रेस के 12 डिब्बों सहित, जिसमें प्रेसिडेंशियल सुइट और रेस्तरां शामिल थे) से नई दिल्ली से वृंदावन तक यात्रा की थी।