नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) 100 साल का हो चुका है लेकिन अपनी स्थापना से अब तक उसने कोई ऐसा काम नहीं किया जिससे देश को फायदा हुआ है।
कांग्रेस ने बुधवार को यहां सोशल मीडिया पर एक बयान में संघ पर अंग्रेजों का मुखबिर होने का आरोप लगाया और कहा कि इस संगठन ने हिंदुओं और मुस्लिमों का सांप्रदायिक विभाजन कर, देश को दो टुकड़ों में बांटकर खोखला कर दिया है।
पार्टी ने कहा कि संघ का आज शताब्दी वर्ष है लेकिन इन सौ वर्षों में इस संगठन ने एक भी काम ऐसा नहीं किया जिससे देश को नुकसान छोड़ कोई फायदा पहुंचाया हो। पार्टी ने संघ को देश को बांटने वाला संगठन बताया और कहा कि आजादी के आंदोलन के दौरान उसके नेता न जेल गए और न ही अंग्रेजों ने उस पर कभी प्रतिबंध लगाया था।
कांग्रेस ने तीखा हमला करते हुए कहा कि 1942 में अंग्रेजों के खिलाफ शुरू हुए ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में जब पूरा देश जेल जा रहा था, तब संघ इस आंदोलन को दबाने में अंग्रेजों की मदद कर रहा था। पार्टी ने आरोप लगाया कि इस संगठन का एक भी नेता आजादी की लड़ाई में जेल नहीं गया और महात्मा गांधी, भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद जैसे देशभक्तों और क्रांतिकारियों को अराजक कहकर ब्रिटिश शासन के पक्ष में काम करता रहा।
पार्टी ने संघ पर यह भी आरोप लगाया कि उसने संविधान निर्माण के लिए अपने एक भी प्रतिनिधि को संविधान सभा में नहीं भेजा था इसलिए शुरु से ही वह (आरएसएस) संविधान को नकारता रहा है।