जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में इन्दिरा गांधी पंचायती राज विकास संस्थान जयपुर में पदस्थापित अधिशाषी अभियंता हाल एसोसिएट प्रोफेसर रामावतार मीणा के जयपुर, गंगापुर सिटी एवं करौली में करीब एक दर्जन ठिकानों पर सर्च कार्रवाई की जा रही है।
एसीबी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार एसीबी टीमों द्वारा यह कार्रवाई संदिग्ध अधिकारी के इन्दिरा गांधी नगर जयपुर में छह प्लॉट एवं मकान, सवाईमाधोपुर जिले के गंगापुरसिटी की कर्मचारी कालोनी में मकान, करौली जिले के खिरखिड़ा में स्थित फार्म हाउस, हिण्डान के धंधावली पोस्ट सोमला सुरोठ के पास मकान एवं अधिकारी का कार्यालय कक्ष इन्दिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान जयपुर में की जा रही है। इस मामले के अनुसंधान अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसीबी) जयपुर नगर-प्रथम भूपेन्द हैं।
सूत्रों एवं गोपनीय सत्यापन से आरोपी अधिकारी द्वारा राजकीय सेवा में नियुक्त होने से अब तक करीब 2.77 करोड रूपए की आय से अधिक परिसम्पतियां अर्जित करना प्रकट हुआ जो कि आरोपी की वैध आय से करीब 115 प्रतिशत अधिक है। संदिग्ध अधिकारी द्वारा इन्दिारा गांधी नगर जयपुर में लाखों रूपए के करीब छह बड़े भूखण्ड एवं मकान अर्जित करना सामने आया हैं।
इसके अलावा रोहिणी नगर टीलावाला, जगतपुरा में मुख्य मार्ग महल रोड पर करोड़ों रुपए की जमीन, अचलपुरा कोटखावदा जयपुर में लाखों रुपए की जमीन, गंगापुर सिटी में लाखों रूपए का प्लॉट मुख्य मार्ग चौराहे एवं कॉलोनी में, करौली के खिरखिड़ा में आलीशान फार्म हाउस अर्जित करना प्रकट हुआ।इसके अलावा संदिग्ध अधिकारी एवं उसके परिवारजनों के आधा दर्जन से अधिक बैंकों में लाखों रुपए का लेनदेन होना पाया गया।