प्रगतिशील समाज के लिए बच्चों को अच्छे संस्कारों के साथ सेवा का भाव सिखाना जरूरी : भागीरथ चौधरी

पुष्कर (अजमेर)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री एवं अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा है कि जाट समाज के युवाओं में सेवा भावना, परिश्रम और लगन की जो झलक देखी, वह सचमुच भविष्य के सशक्त भारत की आशा जगाती है।

चौधरी मंगलवार को अखिल भारतीय श्री जाट विश्रामस्थली, पुष्कर में आयोजित 106वें अखिल भारतीय जाट अधिवेशन एवं समाज की प्रशासनिक एवं राजकीय सेवाओं में नव चयनित प्रतिभाओं के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बाेल रहे थे। उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी को अपने संस्कारों और समाज से जुड़े रहकर देश की सेवा करने का यह भाव अत्यंत प्रेरणादायक है।

चौधरी ने इस अवसर पर समाज की आने वाली पीढ़ी को शिक्षा, अनुशासन और नैतिक मूल्यों को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि समाज तभी प्रगतिशील बन सकता है जब हर परिवार अपने बच्चों को अच्छे संस्कारों के साथ राष्ट्र सेवा का भाव सिखाए।

अपने संबोधन में चौधरी ने आगामी राष्ट्रीय जाट शताब्दी सम्मेलन का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि नौ नवम्बर को इसी पवित्र स्थल, अखिल भारतीय श्री जाट विश्रामस्थली पुष्कर में होने जा रहे राष्ट्रीय जाट शताब्दी सम्मेलन को समाज की एकता और गौरव का प्रतीक बनाना है। हम सबका दायित्व है कि इस ऐतिहासिक आयोजन को मिल-जुलकर सफल बनाएं, ताकि समाज की नई दिशा पूरे देश में एक मिसाल बने।

कार्यक्रम में प्रशासनिक सेवाओं में चयनित समाज की प्रतिभाओं का सम्मान किया गया और समाज के इतिहास, संस्कृति और एकता पर आधारित प्रेरक प्रस्तुतियाँ भी दी गईं। कार्यक्रम के समापन पर श्री चौधरी ने कहा कि हमारे समाज की असली ताकत उसकी एकता, मेहनत और नैतिकता में है। यदि हम इन्हीं मूल्यों पर चलते रहें तो आने वाला भारत निश्चित रूप से हमारे सपनों का भारत बनेगा।

इस अवसर पर नागौर की पूर्व सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा, श्री जाट मंदिर विकास समिति पुष्कर के अध्यक्ष हरसुख पूनिया, राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील सहित कई गणमान्य नागरिक, समाजसेवी, कार्यकारिणी सदस्य एवं अभिभावक उपस्थित रहे।