अजमेर। चारण साहित्य शोध संस्थान माकड़वाली रोड पर रविवार को चारण साहित्य समारोह 2025 का आयोजन किया जाएगा। संस्थान के अध्यक्ष सेवानिवृत आईएएस भंवर सिंह चारण ने बताया कि समारोह दो क्षेत्र में आयोजित होगा।
प्रथम सत्र सुबह 10 बजे से आरंभ होगा जिसमें शिरोमणी भक्त कवि महात्मा ईसरदास बारहठ पर केन्द्रित साहित्यिक परिचर्चा में मुख्य वक्ता अम्बादान रोहड़िया एवं पद्मश्री डॉ. चन्द्रप्रकाश देवल होंगे। चारण साहित्य और उसकी चुनौतियां विषय पर आयोजित साहित्यिक परिचर्चा में मुख्य वक्ता प्रो. गजादान चारण एवं गिरधरदान दासोड़ी होगें। ओंकार सिंह लखावत द्वारा हमारे यशस्वी पुरखे एवं परम्परागत बहियां विषय का प्रतिपादन किया जाएगा।
चारण साहित्य में शोधकार्य संग्रहण, शोध व प्रकाशन के विलक्षण कार्यकर्ता – रतुदान रोहड़िया पर शोधपत्र का वाचन डॉ. तीर्थन्कर रोहड़िया करेंगे। समारोह में पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. चन्द्रप्रकाश देवल द्वारा सम्पादित पुस्तक हरिरस का तथा ओंकार सिंह लखावत द्वारा रचित पुस्तक हिंगलाज शक्तिपीठ का डा. देवेन्द्र गढ़वी द्वारा रचित पुस्तक चारण साहित्य रत्नमाला का विमोचन किया जाएगा।
द्वितीय सत्र अपराह्न 2 बजे से होगा जिसमें डा. शक्तिदान कविया स्मृति डिंगल साहित्य सम्मान गिरधरदान रतनू दासोड़ी को दिया जाएगा इसके साथ ही भारतीय प्रशासनिक सेवा, राजस्थान प्रशासनिक एवं अधीनस्थ सेवा तथा न्यायिक सेवा में चयनित चारण समाज की प्रतिभाओं का सम्मान किया जाएगा। रावल महानुभावों का भी सम्मान होगा। समारोह में चारण साहित्य में शोध करने वाले शोधार्थियों को चारण साहित्य शोध सम्मान 2025 प्रदान किया जाएगा। 6 नवम्बर को आयोजित चारण को जानो प्रतियोगिता 2025 के विजेताओं को भी पारितोषिक दिया जाएगा।
अखिल भारतीय चारण गढ़वी महासभा के अध्यक्ष सीडी देवल के आशीर्वचन होंगे। समारोह में पुष्पदान गढ़वी, प्रो. अम्बादान रोहड़िया, राजेन्द्रसिंह रतनू, पद्मश्री डॉ. सीपी देवल, भैरूसिंह सौदा अध्यक्ष मेवाड़ चारण महासभा, कल्याणसिंह कविया, ओंकारसिंह लखावत, भंवर सिंह चारण, नरेन्द्रसिंह कविया, प्रो. एचडी चारण, जयसिंह किनियां, बादलसिंह, भंवरदान देपावत, डा सरोज लखावत के साथ निर्वाचित जिलाध्यक्ष, चारण समाज के समस्त संस्थानों एवं प्रन्यासों के अध्यक्ष शिरकत करेंगे। समारोह में शुभम देथा एवं डा. भगवती सिंह बारहठ अजमेर का विशेष सहयोग रहेगा।



