राजस्थान सरकार मजदूर, किसान, महिला और युवा के उत्थान के लिए संकल्पित : भजनलाल शर्मा

नागौर के मेड़ता में राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन
नागौर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य सरकार को मजदूर, किसान, महिला और युवा के उत्थान के लिए संकल्पित बताते हुए कहा है कि वह प्रदेश के विकास के लिए रोडमैप बनाकर काम कर रही है और वह चाहती हैं कि युवा रोजगार प्रदाता भी बने तथा शीघ्र ही युवा पॉलिसी भी लाई जायेगी।

शर्मा राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मंगलवार को नागौर जिले के मेड़ता के डांगावास में आयोजित राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य के विकास के लिए रोडमैप बनाकर कार्य कर रही है और पानी की प्राथमिकता को समझते हुए हमने रामजल सेतु लिंक परियोजना, यमुना जल समझौता, गंगनहर की मरम्मत जैसे अनेक ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। साथ ही कुसुम-ए एवं कुसुम-सी में राजस्थान देश के अग्रणी राज्यों में है।

उन्होंने कहा कि गत सरकार के समय युवाओं के साथ धोखा हुआ तथा पेपरलीक जैसे प्रकरण हुए। हमारी सरकार के कार्यकाल में एक भी पेपरलीक नहीं हुआ है। अब तक 92 हजार नियुक्तियां दी जा चुकी हैं और शीघ्र ही 20 हजार नियुक्तियां और दी जाएंगी, तथा एक लाख 53 हजार नियुक्तियां प्रक्रियाधीन हैं।

शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं को पांच साल में चार लाख सरकारी नौकरियां देगी। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान के माध्यम से 35 लाख करोड़ रुपए के एमओयू में से 8 लाख करोड़ रुपए के एमओयू की ग्राउंड ब्रेकिंग की जा चुकी है। हम चाहते हैं कि युवा रोजगार प्रदाता भी बने तथा हम शीघ्र ही युवा पॉलिसी भी लाने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश-प्रदेश में हमारा किसान आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा किसान हितैषी निर्णयों से उनका सशक्तीकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार गरीब, युवा, किसान और महिला समेत प्रदेश के हर वर्ग के कल्याण और उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने नागौर जिले में विभिन्न योजनाओं के तहत लगभग दो हजार 900 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से अंतरित की है तथा दो हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि के विकास कार्य भी कराए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसानों को आगे बढ़ाने एवं उनके सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह एवं अटल बिहारी वाजपेयी ने किसानों के सम्मान एवं सशक्तीकरण के लिए निरंतर कार्य किए हैं। वाजपेयी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क जैसी योजना से देश में लाखों किलोमीटर सड़कों का निर्माण कर गांवों को सड़कों से जोड़ने का ऐतिहासिक काम किया है।

उन्होंने कहा कि जिले में लखपति दीदी, वृद्धजन पेंशन योजना जैसी अनेक योजनाओं से जिले को लाभान्वित किया जा रहा है। अरावली पर्वतमाला के संरक्षण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है तथा इसमें किसी भी तरह की छेड़खानी नहीं होने दी जाएगी।

इस अवसर पर राज्य के कृषि मंत्री डाॅ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसान हितैषी निर्णय ले रही है। राज्य सरकार ने किसान सम्मान निधि की राशि में बढ़ोतरी, 22 जिलों में किसानों को दिन में बिजली जैसे अनेक किसान हित में निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि नकली खाद, नकली बीज और नकली पेस्टीसाइड बनाने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।

इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, राजस्व राज्यमंत्री विजय चौधरी, किसान आयोग के अध्यक्ष सीआर चौधरी, सांसद महिमा कुमारी, विधायक लक्ष्मण राम कलरू, अजय सिंह किलक एवं बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।

कांग्रेस लोगों को अफवाहें फैलाकर चाहती है बहकाना

नागौर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कांग्रेस नेताओं के अरावली पर्वतमाला को लेकर दिए बयानों पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस के लोग लूट एवं झूठ तथा लोगों को बहकाने की बात करते हैं और इनके पास धरातल पर तो कुछ रहा नहीं, ये लोगों को अफवाहें फैलाकर के बहकाना चाहते हैं।

शर्मा मंगलवार को नागौर जिले में मेड़ता के डांगावास में आयोजित किसान सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि गहलोत को जरा अपने पेपरों एवं अपने उन कर्मों को देख लेना चाहिए। वर्ष 2002 और 2003 में आपने क्या किया-आपने क्या परिभाषा बनाई, वर्ष 2009 और 2010 में आपने क्या परिभाषा बनाई। हम तो गिरिराज जी के भगत है, हम गिरिराज जी को पूजते है।

उन्होंने कहा कि 551 दिन खनन मामले को लेकर साधु-संतों ने धरना दिया, विजयादास बाबा की जिनकी बाद मे मृत्यु हो गई, आपने कुछ नहीं किया। हमने तो वर्ष 2005 में ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा का खनन होता था तो उसका भी विरोध किया था और वहां लीज को कैंसिल किया। शर्मा ने फिर दोहराया कि अरावली पर्वतमाला से किसी भी तरह से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी।