ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई रोकने में किसी तीसरे देश की नहीं थी कोई भूमिका : शिवराज सिंह चौहान

झुंझुनूं। केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत के द्वारा जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से इसका मजबूती से बदला लिया गया और ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई रोकने में किसी तीसरे देश की कोई भूमिका नहीं थी।

चौहान सोमवार को झुंझुनूं में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल बीमा क्लेम भुगतान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत के द्वारा पहलगाम के आतंकवादी हमले का मजबूती से बदला लिया गया। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से आतंकवादी अड्डों को ध्वस्त कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि किसी तीसरे देश की कोई भूमिका नहीं थी और भारत ने अपनी क्षमता से निर्णय लिया। जब पाकिस्तान झुका और शरण में आया तब भारत की ओर से कार्रवाई रोक दी गई। उन्होंने कहा कि झुंझुनूं वीरों की भूमि है तथा देश की सुरक्षा करते हुए यहां के सैंकड़ों जवानों ने बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि पहलगाम के कायराना हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने आतंकवादियों के आकाओं के अड्डे नष्ट कर दिए और उन्हें खंडहर में परिवर्तित कर दिया।

उन्होंंने कृषि को भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ और किसान भारत की आत्मा बताते हुए कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार राजस्थान में किसानों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है तथा कृषि का रोड़ मैप बनाते हुए वैज्ञानिक पद्धति को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने राजस्थान सरकार द्वारा कृषक हित में किए जा रहे अभूतपूर्व कार्यों के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ब्याज मुक्त ऋण, पीएम किसान सम्मान निधि में वृद्धि, किसानों को दिन में बिजली जैसी सौगातों से किसानों को राहत मिली है।

उन्होंने कहा कि किसान दिन-रात मेहनत करते हैं परन्तु बाढ़, सूखा, पाले जैसी प्राकृतिक आपदाओं से उनकी फसलें नष्ट हो जाती है। उन्होंने कहा कि पूर्व में फसल खराबा होने पर गांव अथवा व्यक्तिगत किसान को मुआवजा नहीं मिल पाता था लेकिन अब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत एक किसान को भी अपनी फसल के मुआवजे की पूरी राशि सीधे उसके खाते में मिलती है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, समृद्ध और विकसित भारत का निर्माण हो रहा है। भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है तथा तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश में वैज्ञानिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं ताकि किसानों की आमदनी बढ़े। यूरिया, डीएपी, खाद, बीज सहित सभी कृषिगत संसाधनों पर केन्द्र सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है। फसलों की लागत में 50 प्रतिशत मुनाफा जोड़कर न्यूनत्तम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दिया जा रहा है।