बारां जिले की घटना पर माली समाज ने जताया आक्रोश, ज्ञापन सौंपा

अजमेर। बारां जिले में एक स्कूल में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह के ​दौरान भीमराव अम्बेडकर और महात्मा गांधी के साथ ही लगाई गई माता सावित्री बाई फुले की तस्वीर को जबरन हटाए जाने तथा इस मामले में एक शिक्षिका को सस्पेंड करने के विरोध में माली सेना के बैनर तले माली समाज के गणमान्यजनों ने कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।

शुक्रवार को माली सेना संगठन के नेतृत्व में माली समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में बताया कि 26 जनवरी को बारा जिले के एक स्कूल में गणतंत्र दिवस समारोह मनाया जा रहा था। इस दौरान मंत्र पर भीम राव अम्बेडकर, महात्मा गांधी व सावित्री बाई फुले की तस्स्वीर लगाई गई थी।

गांव के कुछ असामजिक तत्वों ने सावित्री बाई फुले की तस्वीर को जबरन हटाने का प्रयास किया। वहां कार्यरत अध्यापिका हेमलता बैरवा ने इसका विरोध किया। लेकिन असामाजिक तत्व नहीं माने और सावित्री बाई फुले की तस्वीर को हटा दिया। इतना ही नहीं बल्कि उनके बारे में अपमानजनक बातें कहीं।

इस मामले में असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने की बजाय प्रशासन ने अध्यापिका हेमलता बैरवा को निलंतित कर दिया। स्थानीय प्रशासन की इस अन्यायपूर्ण कार्रवाई का माली समाज विरोध करता है। ज्ञापन देने वालों में हेमराज खरोलिया, महेश चौहान, दिलीप गढवाल, रवि दगदी, प्रदीप चौहान, सुनील अलुदिया सैनी, बालकिशन कछावा, राजेंद्र टांक, तरुण जादम, कृष्ण टांक, ललिता भाटी, एडवोकेट बबिता टांक आदि मौजूद रहे।