काठमांडू। नेपाल की राजधानी काठमांडू में भ्रष्टाचार और सरकार के सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों पर पुलिस गोलीबारी में कम से कम 13 युवाओं की मौत हो गई।
नेपाली समाचारपत्र कांतिपुर आनलाइन की खबर के अनुसार छह युवाओं ने ट्रॉमा सेंटर में, दो ने सिविल अस्पताल में, तीन ने एवरेस्ट अस्पताल, एक ने काठमांडू मेडिकल कॉलेज और एक व्यक्ति ने ट्रिवी मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया। कुछ पीड़ितों की पहचान अभी पुष्टि नहीं हुई है। इस घटना में सैकड़ों प्रदर्शनकारी, पत्रकार और सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं और राजधानी के विभिन्न अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है। इस गोलीबारी में 10 प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हैं।
इससे पहले प्रदर्शनकारी संघीय संसद परिसर में घुस गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड तोड़कर और गेट फांदकर संघीय संसद परिसर में धावा बोल दिया। प्रदर्शनकारियों ने पहले शांतिपूर्ण रहने की बात कही थी, पर मौके पर हालात बिगड़ गए। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
प्रदर्शनकारी भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बंद करने के सरकार के फैसले के खिलाफ काठमांडू, पोखरा, बुटवल, विराटनगर और अन्य शहरों में प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए। स्थिति बिगड़ने के बाद काठमांडू जिला प्रशासन कार्यालय ने न्यू बानेश्वर के आसपास के प्रमुख इलाकों में रात 10 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया है।
इन प्रदर्शनकारियों को जेनरेशन जेड के नाम से जाना जा रहा है। जेनरेशन ज़ेड पीढ़ी यानी वे लोग जिनका जन्म वर्ष 1997 से वर्ष 2012 के बीच हुआ है। ये लोग देश में सोशल मीडिया फेसबुक, टि्वटर आदि पर प्रतिबंध लगाए जाने से नाराज हैं।