मुंबई। कांग्रेस पार्टी आगामी मुंबई नगर निगम चुनाव अकेले लड़ेगी और उसने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना या राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया है।
मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भाई जगताप ने बुधवार को यह बात कही। जगताप ने कांग्रेस की एक बैठक से इतर कहा कि मुंबई नगर निगम चुनाव में राज ठाकरे तो छोड़िए, हम उद्धव ठाकरे के साथ भी नहीं लड़ेंगे।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्थानीय निकाय चुनाव पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए हैं, जिन्होंने वर्षों से पार्टी का झंडा उठाया है और अपने बल पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ये चुनाव लड़ने दीजिए… हम मुंबई में स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता हैं। इसलिए, हम मुंबई में अपने दम पर लड़ेंगे।
कांग्रेस नेता ने स्पष्ट किया कि पार्टी कभी भी राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को गठबंधन में शामिल करने पर सहमत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता ठाकरे के चचेरे भाईयों के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ना चाहते।
कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख सचिन सावंत ने वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला के साथ बैठक की पुष्टि करते हुए कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि राज ठाकरे और उनकी पार्टी मनसे के साथ हमारे बुनियादी मतभेद हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों पर अंतिम निर्णय लेने से पहले कांग्रेस आलाकमान सभी के साथ इस मामले पर चर्चा करेगा।
यह स्थिति सात अक्टूबर को कांग्रेस की महाराष्ट्र राज्य इकाई के प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल के पिछले बयान के बाद आई है, जिन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस को शामिल करने पर आपत्ति व्यक्त की थी।
शिवसेना (ठाकरे गुट) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने पहले कह चुके हैं कि उनकी पार्टी अभी भी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत कर रही है, और चुनाव लड़ने के लिए एमवीए में राज ठाकरे और उनके एमएनएस को शामिल करने की संभावना तलाश रही है।