मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला करने वाला गुजराती समाज भवन में ठहरा था

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमले का आरोपी राजेशभाई खिमजीभाई सिविल लाइंस स्थित उनके सरकारी आवास से सिर्फ 700 मीटर की दूरी पर रुका था। सिविल लाइंस स्थित गुजराती समाज भवन के आगंतुक रजिस्टर से इसकी पुष्टि हुई है।

उत्तर-पश्चिम दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मुख्यमंत्री के निजी आवास का दौरा करने के बाद आरोपी राजेशभाई सीधे सिविल लाइंस स्थित गुजराती समाज भवन आया था। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री इस समय सिविल लाइंस में रह रही हैं, जहाँ बुधवार सुबह जन शिकायतें सुनने के दौरान आरोपी राजेशभाई ने उन पर हमला किया था।

गुजराती समाज भवन के अनुसार राजेश भाईजी ने रजिस्टर में दो बजकर 52 मिनट का समय दर्ज किया था। हालांकि गुजराती समाज भवन के कर्मचारियों के अनुसार राजेश दोपहर लगभग एक से डेढ़ बजे गुजराती समाज भवन पहुंच गया था। वह भवन की दूसरी मंजिल पर कमरा डी-5 पर रुका था। उसने बुधवार सुबह सात बजकर 25 मिनट पर चेक आउट किया था।

गौरतलब है कि गुजराती समाज भवन मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय सिविल लाइंस से 700 मीटर की दूरी पर स्थित है। भवन के कर्मचारी ने बताया कि राजेशभाई ने मंगलवार को चेक इन किया और बुधवार सुबह चेक आउट किया।

मुख्यमंत्री आवास पहुंचने के बाद आरोपी राजेशभाई ने जन सुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री पर हमला किया तब सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। फिर उसे सिविल लाइंस पुलिस थाने ले जाया गया और बुधवार रात उसे तीस हज़ारी कोर्ट में पेश किया गया।

तीस हज़ारी कोर्ट ने राजेशभाई को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने खुलासा किया कि यह हमला अचानक नहीं हुआ था, बल्कि पहले से योजनाबद्ध तरीके से इसे अंजाम दिया गया था। जन सुनवाई के दौरान आरोपी ने न केवल मुख्यमंत्री पर हमला किया, बल्कि कथित तौर पर उन्हें थप्पड़ भी मारे और सुरक्षाकर्मियों द्वारा काबू में किए जाने से पहले उनके बाल भी खींचे।

पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी लगातार एक अज्ञात व्यक्ति के साथ फोन पर संपर्क में था। दिल्ली पुलिस अब उसके कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जाँच करेगी और उसके मोबाइल फ़ोन को जांच के लिए केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) भेजेगी। पुलिस अपराध स्थल का सीन रीक्रिएशन करने पर भी विचार कर रही है।

इस मामले के बाद शीर्ष स्तर पर सुरक्षा समीक्षा की गई है। मुख्यमंत्री अब जेड श्रेणी की सुरक्षा घेरे में रहेंगी, जिसमें केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों की निगरानी में दो महिला निजी सुरक्षा अधिकारी हर समय उनके साथ रहेंगी। दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को घटना और चल रही जांच के बारे में जानकारी दे दी है।

भारतीय न्याय संहिता की तीन धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है जिनमें हत्या का प्रयास भी शामिल है। स्थानीय पुलिस, विशेष शाखा और खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों ने आरोपी से संयुक्त रूप से पूछताछ की।