ईडी ने बीआरएस एमएलसी कविता को 9 मार्च को तलब किया

हैदराबाद। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)ने बुधवार को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान परिषद सदस्य (एमसलसी) एवं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता को दिल्ली आबकारी नीति मामले में गुरुवार (नौ मार्च) को पूछताछ के लिए तलब किया है।

इस मामले की जांच कर रही केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पिछले वर्ष 11 दिसंबर को हैदराबाद में कविता से पूछताछ की थी। ईडी ने कविता को समन ऐसे समय में जारी किया है जब वह संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने की मांग को लेकर 10 मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में शांतिपूर्ण ढंग से भूख हड़ताल करने की तैयारी में जुटी हुई है।

इससे पहले मंगलवार को एजेंसी ने हैदराबाद के शराब व्यापारी अरुण रामचन्द्र पिल्लई को हिरासत में लिया था, जिसने कथित तौर पर साझेदारी फर्म में बीआरएस एमएलसी कविता के व्यावसायिक हित का प्रतिनिधित्व किया। पूछताछ के दौरान ईडी द्वारा उसके द्वारा किए गए कथित खुलासों में पूछताछ करने की उम्मीद है।

ईडी द्वारा जारी समन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सुश्री कविता ने एक बयान में कहा कि कानून का पालन करने वाले नागरिक के रूप में मैं जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करूंगी।

कविता ने अपने बयान में कहा कि महिला आरक्षण विधेयक लंबे समय से लंबित है। हमारी एकमात्र मांग यह है कि इसे संसद में पेश किया जाए ताकि महिलाओं को राजनीतिक भागीदारी में उनका उचित स्थान दिलाया जा सके।

भारत जागृति, देश भर के विपक्षी दलों और महिला संगठनों के साथ शुक्रवार को जंतर-मंतर पर एक दिन की शांतिपूर्ण भूख हड़ताल के लिए एक साथ आएंगे। जहां सभी केंद्र सरकार से महिला आरक्षण विधेयक पेश करने और पारित करने की मांग करेंगे। हमारे एक दिन के शांतिपूर्ण भूख हड़ताल के आलोक में मुझे प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नौ मार्च (गुरुवार) को राजधानी दिल्ली में पेश होने के लिए बुलाया गया है।

बीआरएस विधायक ने कहा कि मैं केंद्र में सत्ताधारी पार्टी को आगाह करना चाहती हूं कि उनके इस तरह से डरान-धमकाने के हथकंडों से हमारे नेता मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव और पूरी बीआरएस पार्टी डरने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि केसीआर गारू के नेतृत्व में हम भारत के उज्जवल और बेहतर भविष्य के लिए आवाज उठाने में आपकी विफलताओं को उजागर करने के लिए निरंतर लड़ते रहेंगे।

कविता ने कहा कि मैं केन्द्र की सत्तारूढ़ पार्टी को याद दिला दूं कि तेलंगाना दमनकारी जनविरोधी शासन के आगे न कभी झुका है और न कभी झुकेगा। उन्होंने कहा कि हम लोगों के अधिकारों के लिए निर्भीकता और मजबूती से लड़ेंगी।

गौरतलब है कि आबकारी घोटाले में कथित तौर पर घूसखोरी मामले पर दिल्ली की अदालत में पेश की गई रिमांड रिपोर्ट में उनका नाम आने के बाद सीबीआई ने कविता से सात घंटे तक पूछताछ की थी।