जयपुर। टियर टू बाज़ारों में ऑपरेशनल फ्लेक्स स्टॉक के मामले में सबसे बड़े फ्लेक्स स्पेस प्रोवाइडर्स में से एक अहमदाबाद स्थित डेव एक्सलरेटर लिमिटेड को अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की योजना के साथ आगे बढ़ने के लिए पूंजी बाज़ार नियामक सेबी की मंज़ूरी मिल गई है।
कंपनी ने बुधवार को मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि यह आईपीओ पूरी तरह से इक्विटी शेयरों के एक नए इश्यू से मिलकर बना है, और इसमें कोई भी ‘ऑफर फॉर सेल’ शामिल नहीं है। कंपनी इस इश्यू से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल प्रस्तावित केंद्रों में फिट-आउट के लिए, कंपनी की ओर से लिए गए कुछ कर्ज़ों के भुगतान एवं पूर्व-भुगतान के लिए, जिसमें कंपनी द्वारा जारी किए गए नॉन-कंवर्टिबल डिबेंचरों का रिडेंप्शन भी शामिल है, और जनरल कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।
अपनी शुरुआत के बाद से डेव एक्सलरेटर लिमिटेड ने गत 31 जनवरी तक दिल्ली एनसीआर, हैदराबाद, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, गांधीनगर, इंदौर, जयपुर, उदयपुर, राजकोट और वडोदरा जैसे टियर वन और टियर टू दोनों बाज़ारों में अपनी उपस्थिति स्थापित की है। कंपनी ऑफिस स्पेस से जुड़ी व्यापक सुविधाएं प्रदान करती है, जिसमें ऑफिस स्पेस की सोर्सिंग, डिजाइन कस्टमाइज करना, स्पेस विकसित करना और टेक्नोलॉजी से जुड़े समाधानों से लेकर पूरा एसेट मैनेजमेंट शामिल है।
कंपनी के ऑपरेटिंग सेंटर्स की संख्या वित्त वर्ष 2022 में नौ से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 17 और वित्त वर्ष 2024 में 25 हो गई है तथा गत 31 जनवरी तक कंपनी के 11 शहरों में 25 सेंटर और 230 से अधिक क्लाइंट हैं, जिनमें 13140 सीटें शामिल हैं और 806635 स्क्वायर फीट का क्षेत्र इनके प्रबंधन में है।
गत एक फरवरी से कंपनी ने पुणे में एक नए सेंटर का ऑपरेशन शुरू किया है। कंपनी के क्लाइंट में क्यूएक्स ग्लोबल सर्विसेज़ प्राइवेट लिमिटेड, नेमेशेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, डार्विनबॉक्स डिजिटल सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड और विप्फ्ली इंडिया एलएलपी जैसे घरेलू कॉर्पोरेशन और मल्टीनेशनल कंपनियां शामिल हैं। डेव एक्सलरेटर लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2023-24 में ₹1080.87 मिलियन के कुल रेवेन्यू पर ₹43.7 लाख का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स दर्ज किया।