चुनाव आयोग का कांग्रेस नेताओं के साथ किया गया व्यवहार अशोभनीय : अशोक गहलोत

जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिहार चुनाव से पूर्व चुनाव आयोग द्वारा कांग्रेस नेताओं के साथ किए गए व्यवहार को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि देश किस दिशा में जा रहा है और किस दिशा में जाएगा, यह उसका नमूना है।

गहलोत शुक्रवार को मीडिया के इस बारे किए सवाल पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि वह लंबे अरसे से कह रहे है कि देश किस दिशा में जा रहा है, किस दिशा में जाएगा, उसका यह नमूना है जो कांग्रेस नेताओं के साथ जो व्यवहार किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे ख्याल से इतिहास में, आजादी के बाद में पहली बार इलेक्शन कमीशन के जो वहां पर जो भी लोग थे चेयरमैन थे मेंबर थे या जो भी व्यवहार किया गया है जिसने भी किया है, मैं समझता हूं वो बहुत अनफॉर्चुनेट है।

मैने कभी सुना ही नहीं, हम लोग भी कई बार गए हैं, हमने भी कई ऐसी बीते समय में कही होंगी उससे हो सकता है चेयरमैन को, ईसीआई चेयरमैन को या मेंबर को अच्छा नहीं लगा होगा तब भी उनका व्यवहार बड़ा शालीनता से होता था, उनकी ड्यूटी भी है कि कोई नागरिक है देश का मतदाता कोई भी है, नेता है पॉलिटिकल पार्टी का उसको धैर्य से सुनें और निष्पक्ष फैसला करें यह ड्यूटी है।

बहुत बड़ी ड्यूटी है, इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया किसे कहते हैं जिसके ऊपर पूरा चुनाव डिपेंड करता है। बहुत बड़ी संस्था है। बहुत क्रेडिबल संस्था है। उसके बारे में जो कल परसों सुन रहे हैं, जो व्यवहार किया गया है, वो बहुत ही मैं समझता हूं अशोभनीय है इनको किन शब्दों में आलोचना करूं मेरी समझ नहीं आ रहा है।

उन्होंने कहा कि पहले भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र को लेकर कई सवाल उठाए थे उसका भी प्रॉपर जवाब नहीं दे पाए ये लोग। उनको आर्टिकल लिखना पड़ा, उसका कोई जवाब नहीं तो ये व्यवहार इलेक्शन कमीशन के पार्ट पर किसी भी ढंग से उचित नहीं कहा जा सकता।

उन्होंने कहा कि मेरे ख्याल से इसका रिएक्शन पूरे देश के अंदर है और बहुत भयंकर रिएक्शन है। बहुत भयंकर रिएक्शन तो इस प्रकार का व्यवहार तो मैंने कभी सुना नहीं किसी डेलिगेशन हो विपक्ष का हो इंडिया गठबंधन का हो ऐसा व्यवहार तो मैंने कभी सुना ही नहीं, ये पहली बार मैं सुन रहा हूं, आप सोच सकते हो कि देश कहां जा रहा है कैसे जाएगा।

सब दबाव में काम कर रहे हैं। देश के अंदर, इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई को पहले से हम कह रहे हैं दबाव में ये प्रीमियर संस्था तीनों हैं। इंपॉर्टेंट संस्था हैं देश के लिए मैं बार बार कहता हूं। ये कोई कम नहीं हैं ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई, इनकी जो भूमिका है वो देशहित में है पर जो दबाव में इनको लिया गया है जो अन्याय हो रहा है विपक्षी पार्टियों के नेताओं के साथ में वो जगजाहिर है।