अलवर में नवअंश इंडिया निधि लिमिटेड फाइनेंस कम्पनी के पूर्व अधिकारियों के घर निवेशकों का हमला

अलवर। राजस्थान में खैरथल-तिजारा जिले के खैरथल थाना क्षेत्र में मातोर गांव में एक फाइनेंस कंपनी के संचालक के फरार होने के बाद दो पूर्व अधिकारियों के घर बुधवार रात को निवेशकों ने हमला करते हुए पथराव किया।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतन लाल भार्गव ने गुरुवार को बताया कि बुधवार देर रात सूचना मिली थी कि मातौर गांव में संचालित नवअंश इंडिया निधि लिमिटेड फाइनेंस कंपनी के दो अधिकारियों के घर पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। गुस्साई भीड़ ने घर पर जमकर पत्थरबाजी और तोड़फोड़ की। साथ ही बाहर खड़ी कई मोटर साइकिलों को आग के हवाले कर दिया। जिससे वहां अफरातफरी मच गई। घर मालिक अपने आप को बचाने के लिए अंदर कैद हो गए। पुलिस अगर देरी से पहुंचती तो जनहानि भी संभव थी।

उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। हालात गंभीर होने के चलते महिला थाना प्रभारी रामनिवास मीणा, मुंडावर थाना प्रभारी महावीर सिंह शेखावत, तातारपुर थाना प्रभारी जसवंत यादव सहित भारी पुलिस बल मौके पहुंच गए। भार्गव ने बताया कि पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके भीड़ को खदेड़ दिया। पांच लोगों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
बताया जा रहा है कि यह अकेले मातोर गांव के निवेशक नहीं हैं। आसपास के 10 से अधिक गांवों के निवेशक हैं। घटना बुधवार देर रात करीब 10 बजे की है।

सूत्रों ने बताया कि करीब 12 वर्ष पहले गांव में आए नरेश चौधरी ने इस गांव में फाइनेंस का काम शुरू किया। यहां के गरीब परिवारों को पैसे दुगुने करने का सपना दिखाया गया । नरेश चौधरी इसी गांव के दाताराम का भांजा है। दोनों ने इस गांव के लोगों के करोड़ों रुपए जमा कर लिए। गांव का होने के कारण दाताराम पर लोगों को विश्वास हो गया और इस विश्वास पर मातोर सहित आसपास के करीब पांच हजार खाताधारक (निवेशक ) इस कम्पनी से जुड़ गए। इन निवेशकों ने अपनी गाढ़ी कमाई के करीब 300 करोड़ रुपए की राशि जमा कराई।

सूत्रों ने बताया कि एक महीने पहले ही इस फाइनेंस कंपनी का संचालक नरेश चौधरी अपने मामा दाताराम को बताए बिना फरार हो गया। एक एक खाता धारक के एक लाख से लेकर 20-20 लाख रुपए तक के इस फाइनेंस कंपनी में जमा हैं । संचालक नरेश चौधरी के भागने के बाद निवेशकों की लगातार पंचायतें हुईं थीं जिसमें कोई समाधान नहीं निकला था। इस कंपनी में मजदूर वर्ग के लोग 10, 20 और 50 प्रतिदिन जमा कराते थे।

15 दिन पहले मातौर गांव में संचालित नवअंश इंडिया निधि लिमिटेड फाइनेंस कंपनी से जुड़े एक एजेंट की मौत से बड़ा विवाद भी हो गया था। मृतक एजेंट दिनेश का शव खैरथल के रेलवे अंडरब्रिज के पास मिला था। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी। दिनेश की मौत के बाद गांव में हंगामा मच गया था। आक्रोशित ग्रामीण मृतक के साथी एजेंट दाताराम के घर इकट्ठा होकर विरोध जताने गए थे लेकिन हल कुछ नहीं निकला।