Home Bihar बिहार में मानव श्रृंखला के दौरान 3 की मौत, 82 बेहोश

बिहार में मानव श्रृंखला के दौरान 3 की मौत, 82 बेहोश

0
बिहार में मानव श्रृंखला के दौरान 3 की मौत, 82 बेहोश
3 killed, 82 unconscious during human chain in Bihar
3 killed, 82 unconscious during human chain in Bihar
3 killed, 82 unconscious during human chain in Bihar

पटना। बिहार में शराबबंदी के समर्थन में सरकार की ओर से आहूत मानव श्रृंखला निर्माण के दौरान दो छात्रों समेत तीन लोगों की मौत हो गई जबकि कई छात्रों समेत 82 लोग बेहोश हो गए तथा 31 अन्य इस दौरान अलग-अलग हुई दुर्घटना में घायल हो गए।

विभिन्न जिलों से मिल रही रिपोर्ट के अनुसार वैशाली और पूर्णिया में एक-एक छात्र की मौत हो गई जबकि अररिया में एक महिला ने दम तोड़ दिया।

सूचनाओं के अनुसार मानव श्रृंखला निर्माण के लिए आने-जाने के क्रम में हुई सड़क दुर्घटना में 13 लोग मधेपुरा में घायल हो गए सूचना के अनुसार सुपौल तथा खगड़िया में छह-छह, पटना के दुल्हिन बाजार में तीन, सारण में दो और औरंगाबाद में एक व्यक्ति घायल हो गया।

इसी तरह मानव श्रृंखला के दौरान देर तक खड़े रहने के कारण व पीने का पानी नहीं मिलने तथा अन्य कारणों से कई छात्रों समेत लगभग 82 लोग बेहोश हो गए।

हाजीपुर से प्राप्त आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि वैशाली जिले के कुशवाहा चौक के समीप मानव श्रृंखला में हिस्सा लेने जा रही एक स्कूली छात्रा की एक ट्रक से कुचल कर मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि या हादसा उस समय हुआ जब जनदाहा थाना के उरनियां गांव की रहने वाली कक्षा नौ की छात्रा विद्या कुमारी नशामुक्ति के लिए शनिवार दोपहर आयोजित होने वाली मानव श्रृंखला में भाग लेने के लिए स्कूल जा रही थी।

पूर्णिया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले के बायसी थाना क्षेत्र के पानीपदरा गांव के समीप मानव श्रृंखला में शामिल एनएच 31 पर आठ वर्षीय स्थानीय आंगनबाड़ी में वर्ग दो के छात्र की मौत हो गई। मृत बालक के पिता मो. साजिद ने बताया कि उनका पुत्र मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए सुबह आठ बजे से 12 बजे तक कतार में खड़ा था।

इस दौरान खाने पीने को कुछ नहीं मिलने के कारण बालक बेहोश होकर गिर पड़ा। उपचार के लिए उसे पूर्णिया सदर अस्पताल लाया गया जहां अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्चे को मृतक घोषित कर दिया। हालांकि एसडीओ रविंद्र कुमार ने स्पष्ट किया कहा कि यह मौत मानव श्रृंखला के दौरान नहीं हुई है।

उन्होंने बताया कि बच्चा पहले से मिर्गी का मरीज था जिसका उपचार कटिहार मेडिकल कालेज में किया जा रहा था जहां उसकी मौत हो गई। इस बीच अररिया से मिले समाचार में कहा गया है कि बोची पंचायत में सब रूट लाइन में मानव श्रृंखला की लाइन में खड़ी लगभग 50 वर्षीय एक महिला बीबी समो की मौत हो गई।

मधेपुरा से प्राप्त रेपोर्ट में कहा गया है कि चौसा रोड पर मानव श्रृंखला में हिस्सा लेने के बाद चौसा प्रखंड के पैना पंचायत के कुल्हड़िया वासा गांव के 40 लोगों को लेकर लौट रहे ट्रैक्टर दुर्घटना में 4 महिलाओं समेत 13 लोग घायल हो गए जिनमे 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र(पीएससी) चौसा में भर्ती कराया गया है।

इसी तरह सुपौल जिला के निर्मली स्थित उच्च पथ 106 पर मानव श्रृंखला में जा रहे ऑटो दुर्घटना में छह लोग घायल हो गए। राजधानी पटना के दुल्हीन प्रखंड के काब पंचायत में मानव श्रृंखला में शामिल होने जा रहे स्कूल के बच्चों से भरा एक ऑटो पलट गया जिसमें तीन बच्चों के हाथ टूट गए।

खगड़िया ज़िले के बेलदौर थाना क्षेत्र के ढाढ़ी गांव में महिला यात्रियों को मानव श्रंखला में शामिल होने उसराहा ले जा रहा एक ऑटो खाई में पलट गया जिसमें छह महिलाएं घायल हो गईं। गंभीर रूप से घायल तीन महिलाओं का इलाज डुमरी बाजार के निजी क्लिनिक में चल रहा है।

छपरा से मिली रेपोर्ट में कहा गया है कि दरियाछपरा एस एच 74 पर मुगुराहां की रामपति कुँवर ( 60) को भीड़ में धक्का लगाने से उसका दाहिना हाथ टूट गया। वही इशाछपरा की पूनम कुमारी 12 साल हलीमपुर में बाइक की ठोकर से जख्मी हो गई।प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी को पी एच सी साहेबगंज पहुंचाया, जहां उन सभी का इलाज चल रहा है।

इसी तरह औरंगाबाद जिले के गोह थाना छेत्र में शनिवार की सुबह दस बजे टेम्पो पलटने से दसवीं की छात्रा का पैर फ्रैक्चर हो गया। घायल गुड़िया अपने गावं पिपराही से मानव श्रृंखला बनाने गोह जा रही थी। गोह प्रोजेक्ट हाई स्कूल की घायल छात्रा को लोंगो ने पीएचसी पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे गया एमएम मेडिकल हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया।

अलग अलग जिलों से मिले रिपोर्ट के अनुसार मानव श्रृंखला के दौरान कई स्कूली बच्चे और कुछ लोग बेहोश हो गए। बेहोश होने वाले बच्चों और अन्य लोगों मे बेगूसराय के 17 बच्चे, नालंदा के 10 बच्चे, समस्तीपुर, छपरा तथा औरंगाबाद में 8- 8 बच्चे, मुजफ्फरपुर- 6 बच्चे, कैमूर, आरा तथा भागलपुर मे चार चार छात्राएं, मधेपुरा- 4 महिलाएं , खगड़िया और पूर्णिया में चार-चार बच्चे, अररिया, दरभंगा, सारन और समस्तीपुर – तीन-तीन बच्चे, दुल्हिन बाजार (पटना जिला) और सहरसा में दो दो बच्चे शामिल हैं।