Home Rajasthan Bhilwara भीलवाडा के अरणियां गांव में तीये के कड़वा ग्रास खाने से 40 लोग बेहोश

भीलवाडा के अरणियां गांव में तीये के कड़वा ग्रास खाने से 40 लोग बेहोश

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भीलवाडा के अरणियां गांव में तीये के कड़वा ग्रास खाने से 40 लोग बेहोश
40 people unconscious for suspected food poisoning
40 people unconscious for suspected food poisoning
40 people unconscious for suspected food poisoning

अजमेर। अजमेर संभाग के भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा क्षेत्र स्थित अरनियां गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत पर तीए की बैठक के बाद दिए जाने वाला कड़वा ग्रास 40 लोगों पर कहर बनकर टूटा। कड़वा ग्रास खाने के बाद लगभग 40 लोग अचेत हो गए। इनको उपचार के लिए अचेत हालत में गुरुवार सुबह जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

तीन दिन पहले हुई थी तीन मौतें

जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा के शाहपुरा बिजयनगर रोड पर फूलियाकलां उपखण्ड के गांव अरनियां चौहान निवासी मिश्रीलाल की पत्नी रामसुखी, पुत्रवधु सीता पत्नी तुलसीराम तथा पांच वर्षीय पोते सागर पुत्र तुलसीराम की मौत गत मंगलवार को फूड पॉयजन से हुई थी। जिनका उठावना गुरुवार को आयोजित हुआ था। जिसमें शामिल होने के लिए गांव अंटाली सहित अरनियां के लोग जिनमें महिलाएं, बच्चे व पुरुष शामिल थे। वे मिश्रीलाल के घर अरणियां पहुंचे थे।

उठावने के बाद मृतकों के परिवार के शोकजदा सदस्यों को कडवा ग्रास देने की रस्म अदायगी के लिए मिश्रीलाल के घर भोजन बनाया गया था। इस भोजन को मृतकों के परिवार के लोगों सहित उनके रिश्तेदारों ने भी खाया था और रात को सो गए।

गुरुवार सुबह जब मातम वाले परिवार में हलचल नहीं देखी गई तो पड़ौसियों को किसी अनहोनी का शक हुआ और वे मिश्रीलाल के घर पहुंच गए, जहां परिवार के लोग अचेत हालत में पड़े मिले और उनके मुंह से झाग निकले हुए थे। एेसी हालत देखकर पड़ौसियों ने बिजयनगर के राजकीय अस्पताल पहुंचाया, जहां से चिकित्सकों ने सभी को अजमेर रैफर कर दिया।

घटना का पता चलते ही फूलियाकलां उपखण्ड अधिकारी महावीर प्रसाद नायक और ब्लॉक सीएमएचआे डॉक्टर अशोक जैन मौके पर पहुंचे और रात के बचे खाने के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए भेज दिया, इसके अलावा रात के बचे खाने को फिंकवा दिया।

गांव के लोगों ने बताया कि मंगलवार को रामसुखी ने अनाज चक्की पर पिसाया था तथा उसी आटे की रोटियां दोपहर के खाने में बनाई गई थी, जिसे खाने से एक के बाद एक सास, बहू तथा पोते ने दम तोड़ा था।

गुरुवार सुबह मौके पर पहुंची पुलिस का मानना है कि रामसुखी तथा उसकी बहू सीता, पोते सागर खटीक की मौत जिस आटे की रोटी खाने से हुई थी, उसी आटे की रोटियां गुरुवार को बनाई गई थी जिसे खाने के बाद करीब 25 लोगों की तबीयत बिगड़ गई।

पांच की हालत नाजुक

यहां जवाहर लाल नेहरू अस्पताल लाए गए अचेत लोगों में गांव अरनियां निवासी पवन पुत्र गणेश, रामदेव पुत्र सुक्का, सन्तोष पत्नी लादू, जगदीश पुत्र सोहन, गांव अंटाली निवासी रामसुख पुत्र प्रदीप, महावीर पुत्र बरदू, अरणियां निवासी रतनी पत्नी सोहन, कमला पत्नी नानू, रोडी पत्नी बरदी, रामप्रसाद, दियाचंद, प्रभाती, भगवती, नन्दू आदि शामिल है, जिनमें सन्तोष, रामसुख, रतनी, कमला तथा रोडी की हालत नाजुक बनी हुई है। मातमी घर में फूड पॉयजन की घटना से फूलियाकलां उपखण्ड अधिकारियों सहित भीलवाड़ा जिला प्रशासन में हडक़म्प मचा हुआ है।

प्रारम्भिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि चक्की पर अनाज पिसाई के दौरान अनाज के साथ सेल्फोस की गोली भी पिस गई, जिससे आटा जहरीला हो गया। चूंकि तीन लोगों की मौत के बाद रामसुखी के घर तीन दिन तक चूल्हा नहीं जल सका था और जब तीन दिन बाद चूल्हा जला तो तीन दिन पहले पिसाए गए धान के आटे से ही कडवे गास की रोटियां बनाई गई जिसे खाने से 25 लोग अचेत हो गए।

मामले की सच्चाई क्या है यह तो आटे व सब्जी के लिए गए सैंपल की जांच रिर्पोट आने के बाद ही पता चल सकेगी, फिलहाल जिला प्रशासन के अधिकारी अचेत लोगों के उपचार कराने में जुटे हुए हैं।