Home Northeast India Arunachal Pradesh वायुसेना का हेलीकॉप्टर चीन सीमा के पास दुर्घनाग्रस्त, 7 की मौत

वायुसेना का हेलीकॉप्टर चीन सीमा के पास दुर्घनाग्रस्त, 7 की मौत

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वायुसेना का हेलीकॉप्टर चीन सीमा के पास दुर्घनाग्रस्त, 7 की मौत
7 dead as Indian Air Force helicopter crashes in Arunachal, inquiry ordered
7 dead as Indian Air Force helicopter crashes in Arunachal, inquiry ordered
7 dead as Indian Air Force helicopter crashes in Arunachal, inquiry ordered

तवांग (अरुणाचल प्रदेश)। भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर शुक्रवार सुबह चीन सीमा के पास अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार सभी सात लोगों की मौत हो गई है। एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी।

रूस विनिर्मित एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर पांच भारतीय वायु सैनिकों और दो सेना कर्मियों को खीरमू से लेकर उड़ा था और यांगत्से के 10 मद्रास रेजिमेंट के एक सैन्य शिविर में केरोसिन जेरी के डिब्बों को छोड़ने के लिए अपने रास्ते पर था।

रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने पहचान उजागर न करने के अनुरोध पर बताया कि इस घटना में सभी सातों कर्मियों की मौत हो गई है। अधिकारी ने कहा कि हेलीकॉप्टर से केरोसिन के कैन सैन्य शिविर पर छोड़े जाने थे। इनमें से एक केरोसिन कैन खुल गया और हेलीकॉप्टर के पिछले हिस्से के रोटोर में चला गया।

हेलीकॉप्टर का मलबा तवांग से लगभग 130 किलोमीटर दूर टापूगर इलाके में मिला है। नई दिल्ली से भारतीय वायुसेना के अधिकारियों की एक टीम हादसे के कारणों की जांच के लिए घटनास्थन के लिए प्रस्थान कर गई है।

शिलांग में स्थित पूर्वी वायु कमान के एक अधिकारी ने कहा कि कोई भी नहीं जानता कि हेलिकॉप्टर दुर्घटना का कारण क्या है।

आधिकारी ने बताया कि हम अभी दुर्घटना के बारे में कुछ भी टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। हमारे दिल्ली के जांचकर्ताओं को हादसे के सही कारणों का पता लगाने दीजिए। इस बीच, वायुसेना और सेना ने सभी शवों को बरामद कर लिया है।

मृतकों की पहचान विंग कमांडर बी. उपाध्याय, स्क्वाड्रन लीडर एस. तिवारी, मास्टर वारंट ऑफिसर ए. के. सिंह और सार्जेंट गौतम और वायुसेना के सतीश कुमार और सेना सेवा कोर के एच. एन.डेका और ई. बालाजी के रूप में हुई।

रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि सिपाही डेका ने खुद को बचाने के लिए हेलीकॉप्टर से कूदने का प्रयास किया, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई। सभी शवों को असम के तेजपुर हवाईअड्डे भेज दिया गया है।

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि वह दुर्घटना की खबर सुनकर चौंक गए थे।खांडू ने ट्वीट किया कि मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ हैं। मैं मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

अरुणाचल प्रदेश में मौसम में निरंतर बदलाव के कारण ऐसी दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इससे पहले जुलाई में बाढ़ बचाव मिशन पर रवाना भारतीय वायुसेना का हेलीकॉप्टर पापुम पारे जिले में दुर्घटनागस्त हो गया था, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें आईएएफ चालक दल के तीन सदस्य और भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) का एक कर्मी था।

मई में असम-अरुणचाल प्रदेश सीमा के पास सुखोई-30 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें आईएएफ के दो पायलट सवार थे।