गाजियाबाद। बिहार के बक्सर जिले के डीएम मुकेश पांडेय ने गुरुवार को गाजियाबाद में सुसाइड कर ली। पहले वे दिल्ली के जनकपुरी स्थित एक मॉल की 10वीं मंजिल पर सुसाइड करने के लिए पहुंचे थे। सुसाइड के पहले डीएम ने एक परिचित को अपने इस कदम की जानकारी वाट्सएप पर दी। परिचित ने इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस को दी।
पुलिस जब तक मुकेश पांडे को पकड़ पाती, वे वहां से गाजियाबाद चले गए और ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। डीएम की डेड बॉडी गाजियाबाद स्टेशन से 200 मीटर आगे यार्ड में रेलवे ट्रैक पर मिली। उनकी जेब से पर्स और सुसाइड नोट बरामद हुआ। सूचना पाकर देर रात पांडेय की पत्नी व ससुर भी मौके पर पहुंच गए।
बरामद सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। उसमें तीन मोबाइल नंबर दर्ज हैं। नीचे लिखा है कि मेरी मौत के बाद इन नंबरों पर जानकारी दी जाए। पुलिस फिलहाल उनकी मौत को खुदकशी मान रही है। डीएम की मौत तथा घटना की पुष्टि बिहार के पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर ने भी की।
सारण डिस्ट्रिक्ट के रहने वाले और साल 2012 बैच के आईएएस अफसर मुकेश की बीते 4 अगस्त को ही पहली बार डीएम के रूप में पोस्टिंग हुई थी। बक्सर से पहले मुकेश बेगूसराय के बलिया अनुमंडल में एसडीएम और कटिहार में डीडीसी के पद पर सेवा दे चुके थे। साल 2012 में ऑल इंडिया में 14वीं रैंक लाने वाले मुकेश पांडेय को साल 2015 में संयुक्त सचिव रैंक में प्रमोशन मिला था।
बताया जा रहा है कि मुकेश दो दिनों की छुट्टी पर गुरुवार सुबह डीडीसी को जिम्मेदारी सौंपकर वाराणसी होकर फ्लाइट से दिल्ली गए थे। वहां वे होटल लीला पैलेस के कमरा नंबर 724 में ठहरे थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि वे शाम को वेस्ट दिल्ली के एक मॉल में गए थे। यहां एक दोस्त से मुलाकात के बाद वे निकल गए।
इसके बाद रात करीब 9 बजे के बाद उनकी डेडबॉडी गाजियाबाद स्टेशन से एक किलोमीटर दूर कोटगांव के पास रेलवे ट्रैक से बरामद की गई। डीएम की बॉडी दो पार्ट में मिली है। बताया जा रहा है कि गुरुवार की सुबह ही मुकेश को सूचना मिली थी कि उनकी फैमिली में किसी को हार्ट अटैक आया है।