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जेडीए के पूर्व अध्यक्ष सोलंकी पर दो दिन में दो अभियोग दर्ज

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जेडीए के पूर्व अध्यक्ष सोलंकी पर दो दिन में दो अभियोग दर्ज

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सबगुरु न्यूज-जोधपुर। जोधपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्रसिंह सोलंकी व जोधुपर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों व कार्मिकों के खिलाफ एसीबी की कार्रवाई तेज हो गई है। भ्रष्टाचार के अलग-अलग मामलों में एसीबी दो दिन में जेडीए के अध्यक्ष व कार्मिकों के खिलाफ तीन अभियोग दर्ज कर चुकी है। इसमें से दो में तो राजेन्द्रसिंह सोलंकी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए हैं।
एसीबी के डीआईजी ने बताया कि वृद्धाश्रम रूप नगर में ’’सामुदायिक भवन शेष कार्य’’ के नाम 45 लाख रुपये का तकमिना अधिशाषी अभियन्ता मोहन लाल शर्मा ने तैयार किया था। इस पर कनिष्ठ अभियन्ता व सहायक अभियन्ता के हस्ताक्षर नहीं थे। 16 मई को अधिशासी अभियंता मोहन लाल शर्मा ने इसे स्वीकृत किया था।

इस कार्य की 45 लाख की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति 25 जून 2013 को अभियांत्रिकी निदेश के. के. माथुर ने की थी। 13 मई को अधिशसी अभियंता आलोक मालवीय द्वारा जारी की गई। तकनिकी, प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति से पूर्व ही निविदा का प्रकाशन सन्देहास्पद है। निविदा के फलस्वरूप इस कार्य के लिए मोहन लाल शर्मा ने इसका कार्यादेश 17 जुलाई 2013 को जी-शेड्यूल से 19.99 प्रतिशत अधिक दर पर एम.एस. दुर्गा एन्टरप्राईजेज जोधपुर को जारी कर दिया।

इस कार्यादेश में जी-शेड्यूल के अनुसार कुल 42 लाख 47 हजार 739 रुपये में ग्रेनाईट लगाने का कार्य 32 लाख 39 हजार 680 रुपये (76 प्रतिशत) का था। दर विश्लेषण पश्चात् कार्य की कुल राशि 51 लाख 54 हाजर 739 थी। जिसमें ग्रेनाईट लगाने के काम की कीमत 39 लाख 64 हजार 219 रुपये (77 प्रतिशत) है। ऐसे में वृद्धाश्रम में शेष निर्माण कार्य के नाम से बहुत महंगे दर पर केवल ग्रेनाईट लगवाकर संवेदक को अनुचित लाभ कारित करवाने की मंशा जोविप्रा के अधिकारीगण द्वारा स्पष्ट परिलक्षित माना गया है।

इस कार्य की मेजरमेंट बुक वृद्धाश्रम रूपनगर में सामुदायिक भवन के शेष कार्यों के नाम से ही भरी गयी है एवं इसी नाम से रनिंग बिल प्रथम एवं रनिंग बिल द्वितीय क्रमशः राशि 37 लाख 68 हजार 081 रुपये एवं 28 लाख 7 हजार 134 रुपये के पारित किये गये है। जोविप्रा के बोर्ड की बैठक दिनांक 23.08.2013 के प्रस्ताव सं. 10 में वृद्धाश्रम रूपनगर में सामुदायिक भवन का शेष कार्य के नाम से गैर योजना क्षेत्र में पूर्व से स्वीकृत राशि 45 लाख को बढाकर 119.34 लाख कर दिया गया। इसके लिए 6 जनवरी 2014 को संशोधित प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की गई।

वृद्धाश्रम रूपनगर में सामुदायिक भवन के शेष कार्य का कार्यादेश 17 जुलाई 2013 को जारी करने से पूर्व ही नगर निगम पार्षद श्रीमती बेबी सामरिया द्वारा 01 जुलाई 2013 को लिखित आवेदन देने पर जोविप्रा के तत्कालीन अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह सोलंकी के निर्देश पर वृद्धाश्रम रूपनगर में सामुदायिक भवन के शेष कार्य को खटीक समाज श्मशान में निर्माणाधीन छात्रावास में स्थानान्तरित करने का पत्रावली पर निर्णय लिया गया। लेकिन इस नये कार्य के सम्बन्ध में कोई तकनिकी प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी नहीं की गई। इस कार्य की कोई निविदा आमंत्रित नहीं की गई।

डीआईजी ने बताया कि प्राथमिक जाच से यह भी स्पष्ट हुआ है कि उपरोक्त वृद्धाश्रम रूपनगर में ’’सामुदायिक भवन के शेष कार्य’’ के संशोधित प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति (45 लाख से बढाकर 1,19,33,817/रू.) के अलावा इसी नाम से बोर्ड बैठक में पुनः वृद्धाश्रम रूपनगर के शेष कार्य की संशोधित प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति 45 लाख से बढाकर 78,06,000/रू., तत्कालीन अध्यक्ष के निर्देशानुसार जारी की गई।

उक्त नियम विरूद्ध स्वीकृति, मूल प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति का उपयोग किये बिना ही, बिना संशोधित तकमीना के ही व तकनिकी अधिकारियो के मांग के बिना वृद्धाश्रम रूपनगर के मूल कार्य को दो बार 45 लाख से बढाकर क्रमशः 1 करोड 19 लाख 33 हजार 817 रुपये व 78 लाख 6 हजार रुपये करके जोविप्रा को हानि पहुंचाई गई। तत्कालीन अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह सोलंकी, तत्कालीन आयुक्त शफी मोहम्मद कुरैशी, तत्कालीन उपायुक्त उदयभानू चारण, तत्कालीन निदेशक अभियांत्रिकी के. के. माथुर, अधीक्षण अभियंता रामलाल सियाग, अधिशासी अभियंता हिम्मत सिंह गहलोत, मोहन लाल शर्मा, सहायक अभियंता निर्मल माथुर व भॅवर लाल सुथार, कनिष्ठ अभियंता जितेन्द्र मेवाडा, कनिष्ठ लेखाकार दीपक गोयल,सहायक लेखाधिकारी केवल चन्द गहलोत, निदेशक वित्त आर.पी. शर्मा, मैसर्स दुर्गा एन्टरप्राईजेज व अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज करके अनुसंधान किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि एसीबी ने गुरुवार को ही आदर्श काॅलोनी मानसागर के प्रथम तल पर सामुदायिक भवन निर्माण कार्य के मामले में जेडीए के पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्रसिंह सोलंकी के साथ संतोष चैधरी कनिष्ठ अभियन्ता, जितेन्द्र मेवाड़ा कनिष्ठ अभियन्ता, भंवरलाल सुथार सहायक अभियन्ता, निर्मल माथुर सहायक अभियन्ता, मोहनलाल शर्मा अधिशाषी अभियन्ता, के.के. माथुर तत्कालीन निदेशक अभियांत्रिकी, रामलाल सियाग अधीक्षण अभियंता, आलोक मालवीय अधिशाषी अभियन्ता, हिम्मतसिह गहलोत अधिशाषी अभियन्ता, आलोक माथुर सहायक अभियन्ता, केवलचन्द गहलोत सहायक लेखाधिकारी, रामप्रताप शर्मा निदेशक विŸा, उदयभानू चारण तत्कालीन उपायुक्त, शफी मोहम्मद कुरैशी तत्कालीन आयुक्त, राजेन्द्रसिह सौंलकी, तत्कालीन अध्यक्ष, खलील खां गैंगमेन/लिपिक लेखा शाखा, गोविन्द प्रसाद वैष्णव लेखाकार, दीपक गोयल कनिष्ठ लेखाकार उपरोक्त समस्त जोधपुर विकास प्राधिकरण जोधपुर, श्रीमती बेबी सामरीया पूर्व पार्षद वार्ड नम्बर 54 आदर्श काॅलोनी मानसागर जोधपुर, विजयसिंह गहलोत प्रोपराईटर मैसर्स चन्द्रविजय इन्टरप्राईजेज जूनी बागर महामन्दिर जोधपुर एवं अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
इसी तरह नवदुर्गा नगर विकास समिति की मांग पर झालामंड के खसरा संख्या 3 नर बनाई गई सडक के मामले में भी जेडीए के 5 अधिकारियों व कार्मिकों के साथ ठेकेदार फर्म के खिलाफ अभियोग दर्ज किया गया था।