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अजमेर नगर निगम महापौर को लेकर भारी जंग

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अजमेर नगर निगम महापौर को लेकर भारी जंग
ajmer civic polls result : bjp registered an impressive win
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अजमेर। अजमेर नगर निगम सहित किशनगढ़ नगर परिषद, सरवाड़ व केकड़ी नगर पालिकाओं में भारतीय जनता पार्टी का बोर्ड बनना तय हो गया। वहीं बिजयनगर में कांग्रेस का बोर्ड बनने के आसार हैं।
स्थानीय निकाय चुनाव के गुरुवार को सामने आए नतीजों में अजमेर नगर निगम में भाजपा को साफ बहुमत मिला है। भाजपा 31 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। कांग्रेस को 22 सीटों से संतुष्ट रहना पड़ा। 7 प्रत्याशी निर्दलीय विजयी रहे। यही वजह है कि अब भाजपा में महापौर के चयन को लेकर पार्टी उत्तर और दक्षिण में बंटी दिखाई दे रही है।

60 वार्डों वाले नगर निगम चुनाव में अजमेर दक्षिण से 32 वार्ड आते हैं। जहां की कमान विधायक एवं महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री अनिता भदेल ने संभाल रखी थी यहां भाजपा को करारी शिकस्त मिली है। यहां से कांग्रेस के करीब 18 प्रत्याशी विजयी हुए हैं। वहीं भाजपा के सिर्फ 12 प्रत्याशियों को जीत मिली और दो उम्मीदवार निर्दलीय विजयी हुए।

इसी तरह अजमेर उत्तर की कमान विधायक एवं शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने संभाल रखी थी। यहां कुल 28 वार्ड हैं। इनमें से 19 वार्डों में भाजपा को जीत मिली व कांग्रेस को 4सीटों पर संतुष्ट करना पड़ा व निर्दलीय 5 सीटों पर विजयी हुए।
बताते है कि महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल महापौर के लिए सुरेन्द्रसिंह शेखावत के पक्ष में हैं जबकि शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी महापौर के लिए पूर्व मेयर धर्मेन्द्र गहलोत के पक्ष में हैं। जबकि मेयर की सीट सामान्य श्रेणी से भरी जानी है।

पूर्व में यही स्थिति नगर परिषद चुनाव में सभापति को लेकर बनी थी। ऐसी स्थिति में सामान्य पुरुष वर्ग से सभापति होने के बाद भी ओबीसी सभापति चुना गया था। यही अवस्था अब है। इसे लेकर परेशानी के चलते संगठन स्तर पर गंभीर विचार मंथन किया जा रहा है।

यू भी देवनानी का दावा है कि उत्तर से भाजपा को ज्यादा सीटें मिली है ऐसे मेयर की सीट पर उत्तर क्षेत्र के विजयी उम्मीदवार का दावा प्रबल बनता है। वहीं भदेल का कहना है कि वे व्यक्तिगत और क्षेत्र के हिसाब से काम नहीं करती। पार्टीकी जिम्मेदारी से काम करती है। संगठन जो भी निर्णय करेगा वह उनके साथ है।

यह बाद दीगर है कि वे इस बार सुरेन्द्रसिंह शेखावत के पक्ष में हैं। उनका मानना है कि धर्मेन्द्र गहलोत पूर्व में मेयर रह चुके हैं। अजमेर नगर निगम चुनाव में भाजपा के 31, कांग्रेस के 22 और निर्दलीय 7 प्रत्याशी विजयी रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी क्रमश: वार्ड संख्या 1, 3, 5, 6,  7, 8, 11, 19, 21, 23, 24, 26, 28, 30, 31, 41, 42, 43, 44, 45, 47, 49, 51, 52, 54, 55, 56, 57, 58, 59 तथा वार्ड संख्या 60 से विजयी हुए है। कांग्रेस प्रत्याशी वार्ड संख्या 2, 9, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 20, 22, 29, 32, 33, 34, 35, 36, 37, 38, 39, 40, 48 तथा वार्ड संख्या 50 से विजयी हुए हैं। निर्दलीय प्रत्याशी वार्ड संख्या 4, 10, 12, 25, 27, 46, तथा वार्ड संख्या 53 से विजयी हुए हैं।
किशनगढ़ नगर परिषद चुनाव में  भाजपा के 22, कांग्रेस के 16 व 7 निर्दलीय प्रत्याशी विजयी रहे जबकि केकड़ी नगर पालिका चुनाव में भाजपा के 25, कांग्रेस 3 व 2 निर्दलीय प्रत्याशी विजयी रहे।

नगर पालिका सरवाड़ के चुनाव में भाजपा के 11, कांग्रेस 8  तथा एक निर्दलीय प्रत्याशी जीत कर आए हैं।

बिजयनगर नगर पालिका चुनाव  में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 13 सीटें मिली जबकि भाजपा के 5, सीपीआई के 4 व 3 निर्दलीय प्रत्याशी विजयी  रहे।