Home Rajasthan Ajmer एचकेएच स्कूल में ’युद्ध और शांति’ के विजन को लेकर वार्षिक प्रदर्शनी

एचकेएच स्कूल में ’युद्ध और शांति’ के विजन को लेकर वार्षिक प्रदर्शनी

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एचकेएच स्कूल में ’युद्ध और शांति’ के विजन को लेकर वार्षिक प्रदर्शनी

अजमेर। एचकेएच पब्लिक स्कूल में शनिवार को वार्षिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस बार प्रदर्शनी का मुख्य विषय ’युद्ध और शांति’ रखा गया। प्रदर्शनी का उदघाटन विद्यालय अध्यक्ष मोतीलाल ठाकुर, प्रशासक अजय कुमार ठाकुर के सान्निध्य में आरएस शर्मा द्वारा किया गया।

इस प्रदर्शनी में स्कूल की सभी कक्षाओं के छात्र छ़ााओं ने विषय से संबंधित माॅडल बनाकर युद्धों को समाप्त कर शांति से जीने का संदेश दिया।

प्रदर्शनी की प्रभारी प्रियंका शर्मा ने बताया कि विज्ञान विषय से संबंधित माॅडलों में आदिमानव के द्वारा प्रयोग में आने वाले हथियारों से लेकर अत्याधुनिक रासायनिक व जैविक हथियारों के माॅडलों का प्रदर्शन किया गया।

सबमरीन, आॅटोमैटिक बार्डर सिक्योरिटी, सेटेलाइट, न्यूक्लियर फीजन एण्ड फ्यूजन मिसाइल – आईएनएस विक्रान्त, एफ विक्रमादित्य के माॅडल की प्रस्तुतियां दीं। सामाजिक विज्ञान में अब तक हुए समस्त युद्धों जिसमें कलिंग युद्ध, भारत-पाक युद्ध तथा दोनों विश्वयुद्धों का प्रदर्शन करते हुए वर्तमान में तृतीय विश्व युद्ध का माहौल बनने के कारणों को प्रदर्शित करते हुए भावी तृतीय विश्व युद्ध का माॅडल प्रस्तुत किया गया। संयुक्त राष्ट्र संघ, साबरमती आश्रम सेव अर्थ-नो वाॅर के माॅडलों ने शांति बनाए रखने के उपाय बताए।

वाणिज्य विभाग के द्वारा रेस्क्यू आपरेशन बाय एवीडेन्सी, गल्र्फ क्राइसेस, नेबरिंग क्रन्ट्रीस, केशलेस सोसायटी और स्ट्रांग एण्ड स्ट्रेट इकोनाॅमी के माॅडल प्रस्तुत किए।

गणित विषय से संबंधित माॅडलों में मैजरिंग व्हील का माॅडल बनवाया, जिसमें नापने के सटीक तरीके, रोड सेफ्टी, स्मार्ट सिटी, स्पायरल आॅफ रियल नम्बर, मेरी गो राउण्ड आॅफ फ्रेक्शन आदि बताए गए।

भारत विश्व शांति का अग्रदूत रहा है और शांति की स्थापना के लिए इस संसार में ईश्वर किसी न किसी रूप में अवतरित होते रहे है कभी राम के रूप में, कभी कृष्ण के रूप में, इसी पर आधारित ईश्वर के दशावतार तथा ऋषि मुनियों के माध्यम से संस्कृत प्रदर्शनी में विश्व मंगल कामना का भाव प्रदर्शित किया।

हिन्दी विषय के माॅडलों में युद्ध के प्रमुख कारण जर, जोरू और जमीन तथा मानव की स्वार्थी, अहंकारी व लालची प्रवृति पर प्रकाश डाला। विश्व शांति स्थापना के लिए किए प्रयासों, गौतम बुद्ध के उपदेश, नेल्सन मण्डेला, ओबामा, मदर टेरेसा, गांधी के सत्य अहिंसा का पाठ को भी समझाया गया।

अंग्रेजी विभाग ने माॅडलों में शेक्सपीयर के नाटक मैकबेथ, टम्पीरट, किंगलियर नाटक में युद्ध और शांति से संबंधित पात्रों को प्रदर्शित किया गया तथा पजल गेम्स का आयोजन किया गया।

आर्ट एण्ड क्राफ्ट के द्वारा तरह-तरह के शो-पीस, झूमर, रंगोली, गुडियाएं, पेन्टिंग्स, अनुपयोगी सामग्री से बनाए गए सामान प्रदर्शित किए गए। बच्चों के द्वारा बनाए गए रोबोट आकर्षण के प्रमुख केन्द्र रहें।

उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत विभाग ने शांति हेतु जनजागृति के लिए नुक्कड़ नाटक, गीत, कविता पाठ और श्लोक पाठ किया। इसके साथ ही कम्प्यूटर, मोबाईल, पुस्तकालय, वाद्य यंत्रों तथा विभिन्न खेल के मैदानों के माॅडल प्रस्तुत किए गए।

इस आकर्षक प्रदर्शनी का अवलोकन अभिभावकगण तथा शहर के प्रमुख स्कूलों के छात्र एवं अध्यापकों मुख्यतः संस्कृति विद्यालय, रियान इंटरनेशनल स्कूल, वृन्दावन पब्लिक स्कूल, माहेश्वरी पब्लिक स्कूल सहित कई अन्य विद्यालयों ने भी किया।