रामपुर। समाजवादी पार्टी के महासचिव एवं उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद आजम खां ने गोहत्या पर एक बार फिर शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी को यह कहते हुए नसीहत दे डाली कि गाय को माता कहते हैं तो उसका सम्मान भी करना सीखें।
आजम ने यहां कहा कि आरएसएस और भाजपा गोहत्या के मुद्दे को उठाती रही है और उसे मां कहती है। यदि गाय को माता कहते हैं तब उसका सम्मान भी करना चाहिए। सपा महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी चुनाव से पहले गुलाबी क्रांति की बात कही थी। यह मुद्दा उनके चुनाव घोषणा पत्र का हिस्सा था।
उन्होंने कहा कि हम कल भी गाय काटने और उसके गोश्त के व्यापार के खिलाफ थे। हमारा इतना सा सुझाव है कि अगर गाय बेची न जाए तो गाय कटेगी भी नहीं। गाय चाहे जवान हो या बूढ़ी और मरी हो लेकिन उसे बेचा न जाए।
सपा के वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि गोहत्या और गुलाबी क्रांति की बात करने वाले अपने गिरेबां में झांकें और यह एहसास करें कि वह बूढ़ी गायों के साथ क्या करते हैं। गाय मर जाती है तब उसके साथ क्या किया जाता है, लिहाजा उनकी राय है कि हर अवस्था और उम्र की गाय की बिक्री रोक दी जाए। गाय न बेची जाएगी और कटेगी।
आजम ने कहा कि वह एक सुझाव और देना चाहते हैं कि गो माता के मरने के बाद उसको बेचना नहीं चाहिए। सरकार को भी चाहिए कि वह उस मरी गाय की नीलामी न करे। बल्कि मरे हुए बाकी जानवरों की तरह उसको भी दफन कर देना चाहिए।
सपा महासचिव ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के गाय को लेकर ताजा बयान पर यह कहते हुए तंज कसा कि माता कहते हैं तो सम्मान भी माता की तरह ही होना चाहिए।