Home Headlines पीएम मोदी के आने से पहले उदयपुर में शिलान्यासों की बाढ़, रूठों को मनाने का भी दौर

पीएम मोदी के आने से पहले उदयपुर में शिलान्यासों की बाढ़, रूठों को मनाने का भी दौर

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पीएम मोदी के आने से पहले उदयपुर में शिलान्यासों की बाढ़, रूठों को मनाने का भी दौर
पूर्व सांसद भानुकुमार शास्त्री से बतियाते यूडीएच मिनिस्टर श्रीचंद कृपलानी

सबगुरु न्यूज उदयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 29 अगस्त को प्रस्तावित उदयपुर आगमन से शहर में मानो विकास कार्यों को अचानक ऊर्जा मिल गई है। गुरुवार का दिन तो मानो लोकार्पण और शिलान्यासों का दिन हो गया। इतना ही नहीं, रूठों को मनाने का भी दौर नजर आया। एक कार्यक्रम में राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबंचद कटारिया के विरोधी माने जाने वाले पूर्व सांसद भानुकुमार शास्त्री भी अतिथि के रूप में नजर आए।

गृहमंत्री कटारिया, यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, वन मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर ने सुबह प्रताप गौरव केन्द्र पर बनाए जाने वाले अंडरपास, महाराणा प्रताप खेल गांव में बनने वाले मल्टीपरपज इंडोर स्टेडियम व हॉकी ग्राउण्ड के लिए टर्फ का शिलान्यास किया तो शाम को मादड़ी अंडरपास का लोकार्पण किया। इसी के साथ एकलिंगपुरा अंडरपास का शिलान्यास एवं प्रतापनगर-बलीचा बाइपास चैड़ा करने के कार्य का भी शुभारंभ किया गया।

सुबह से शाम तक 30 करोड़ से भी अधिक की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास के कार्यक्रमों से चर्चा यह बनी हुई है कि पीएम मोदी के आने से पहले शहरी विकास के लिए गिनाए जाने वाले कार्यों की फेहरिस्त त्वरित गति से तैयार की जा रही है।

यूडीएच मंत्री कृपलानी ने राज्य में किए जा रहे काम भी हर जगह गिनाए और कहा कि राज्य की 151 नगर पालिकाओं में शहरी गौरवपथ निर्माण के लिए ढाई-ढाई करोड़ का प्रावधान कर छोटे शहरों को भी खूबसूरत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। 6 लाख से अधिक एलईडी लाइट्स लगाकर लगभग 144 करोड़ की बिजली की बचत की गई है।

अन्नपूर्णा रसोई के माध्यम से शहरी गरीबों को बहुत कम लागत में भोजन व नाश्ते की योजना जल्द ही सभी शहरों में प्रारंभ कर दी जाएगी। प्रधानमंत्री जन आवास एवं मुख्यमंत्री जन आवास योजना को सम्मिलित कर किसी भी गरीब को स्वयं को छत से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। इसके तहत साढ़े 10 लाख मकान बनाए जाना प्रस्तावित है।

कटारिया विरोधी शास्त्री के नजर आने से भी चर्चा गरम

समारोह में पूर्व सांसद भानुकुमार शास्त्री की मौजूदगी चर्चा का विषय रही। शास्त्री को कटारिया विरोधी गुट से माना जाता रहा है, लेकिन कृपलानी उनके काफी करीब हैं। कृपलानी ने उनसे काफी देर बातचीत भी की। गौरतलब है कि भानुकुमार शास्त्री ने हाल ही भ्रातावधु की स्वाइन फ्लू से मृत्यु पर उदयपुर के सरकारी अस्पताल की व्यवस्थाओं और जांच को कठघरे में खड़ा किया था। उदयपुर की जांच में स्वाइन फ्लू नहीं आया था जबकि अहमदाबाद में स्वाइन फ्लू पाॅजिटिव निकला, तब तक देर हो चुकी थी। मामले में एक चिकित्सक को निलम्बित भी किया गया था जिसे पिछले हफ्ते पुनः बहाल कर दिया गया।