Home Breaking अस्पताल में चूहों ने कुतरीं लाश, मंत्री बोले चूहों का किसी पर वश नहीं

अस्पताल में चूहों ने कुतरीं लाश, मंत्री बोले चूहों का किसी पर वश नहीं

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अस्पताल में चूहों ने कुतरीं लाश, मंत्री बोले चूहों का किसी पर वश नहीं
bhopal : rats eat eyes of dead woman in hamidia hospital
bhopal : rats eat eyes of dead woman in hamidia hospital
bhopal : rats eat eyes of dead woman in hamidia hospital

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे बड़े अस्पताल हमीदिया की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। अस्पताल में एक महिला की मौत हो गई थी। इसके बाद शव को चूहों ने कुतर डाला।

इस घटना के सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते से जब इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि चूहों पर किसी का वश नहीं…।

जिसके बाद कांग्रेस नेता कुणाल चौधरी ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि ऐसे बयान दर्शाते हैं कि केंद्र और राज्य सरकार का पब्लिक के प्रति क्या रवैया है। वहीं, कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग की है।

हालांकि, इसके बाद चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री शरद जैन ने गुरुवार को मीडिया से कहा कि वे इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे। तो वहीं, स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव गौरीसिंह ने इस मामले की गंभीरता से जांच करने की बात कही है। उन्होंने आगामी 24 घंटे के अंदर हमीदिया अस्पताल के अधिक्षक से इस मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी है।

मामले की जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लगी तो उन्होंने कहा कि मैं इस घटना से आहत हूं, जल्द ही इसकी जांच कराएंगे।

घटना की जानकारी देते हुए संस्था के संचालक सैयद सुहैल हसन ने बताया कि कुछ दिन पहले शेयर एन केयर संस्था को गुलाब बाई नाम की करीब 60 साल की यह महिला अस्पताल परिसर में बेहोशी की हालत में मिली थी। वह अकेली थी।

उसके हाथ में इंफेक्शन इतना गंभीर था कि उसमें कीड़े लग गए थे। जिसके बाद उसके इलाज के लिए लाया गया। चूंकि अस्पताल में ऐसे मरीजों को भर्ती करने से मना कर दिया जाता है, जिनकी देखरेख करने वाला साथ में कोई नहीं होता। इसलिए संस्था के ही शेड में इस महिला का इलाज शुरू किया गया।

काउंसलिंग के दौरान उसने सिर्फ अपना नाम गुलाब बाई बताया। इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। जिसके बाद शव की आंखें चूहों ने परिसर में कुतर डालीं। शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया। बाद में अंतिम संस्कार कर दिया गया।