Home Bihar बिहार के मंत्री ने मीडिया को क्यों कहा ‘पाकिस्तान समर्थक’

बिहार के मंत्री ने मीडिया को क्यों कहा ‘पाकिस्तान समर्थक’

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बिहार के मंत्री ने मीडिया को क्यों कहा ‘पाकिस्तान समर्थक’
Bihar minister : Calls mediapersons Pakistani supporters for not chanting 'Bharat Mata Ki Jai'
Bihar minister : Calls mediapersons Pakistani supporters for not chanting 'Bharat Mata Ki Jai'
Bihar minister : Calls mediapersons Pakistani supporters for not chanting ‘Bharat Mata Ki Jai’

पटना। बिहार की नई नीतीश सरकार में मंत्री विनोद कुमार सिंह ने मंगलवार को एक बड़े विवाद को जन्म दे दिया। उन्होंने भाजपा के एक समारोह में उनके साथ ‘भारत माता की जय’ का नारा न लगाने वाले मीडियाकर्मियों को ‘पाकिस्तान का समर्थक’ करार दे दिया।

इससे पहले इसी समारोह में भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि मस्जिदों से अजान और चर्च से घंटियों की आवाज के बजाय ‘भारत माता की जय’ की आवाज आनी चाहिए।

राय हालांकि अपनी बात पर ज्यादा देर अडिग न रह सके। बाद में उन्होंने यू-टर्न ले लिया और कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा था।

नीतीश कुमार सरकार में खदान एवं भूगर्भीय मामलों के मंत्री व भाजपा नेता विनोद कुमार सिंह ने राज्य की नई सरकार में शामिल भाजपा के 12 मंत्रियों के सम्मान में हुए संकल्प सम्मेलन में लोगों से कहा कि वे उनके साथ ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाएं।

लेकिन, जब कार्यक्रम में मौजूद मीडियाकर्मियों ने यह नारा नहीं लगाया तो सिंह ने इस पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आप पहले भारत माता की संतान हैं, पत्रकार बाद में हैं। अगर आप मेरे साथ जोर से भारत माता की जय का नारा नहीं लगाते तो क्या आप पाकिस्तान माता के समर्थक हैं?

एक-दो को छोड़कर किसी भी पत्रकार ने मंत्री की इस बात पर ऐतराज नहीं जताया। इससे पहले, समारोह शुरू होने पर हाजीपुर के सांसद और बिहार भाजपा के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि मस्जिद और चर्च से अजान और घंटी के बजाय ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ की आवाज आनी चाहिए।

यह अहसास होने पर कि उन्होंने एक विवादित बयान दे दिया है, राय ने बात बदलते हुए मीडिया से कहा कि मैंने कहा था कि मस्जिद और चर्च से भारत माता की जय और वंदे मातरम् की आवाज आनी चाहिए। मेरा मतलब यह नहीं था कि यह अजान और घंटी की जगह पर आनी चाहिए।

विपक्षी राजद ने सिंह और राय के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन्होंने अपने ‘वास्तविक एजेंडे’ को दिखा दिया है।

जबकि जनता दल (युनाइटेड) के प्रवक्ता ने कहा कि यह अभिव्यक्ति की निजी आजादी है और उन्हें इस पर कुछ नहीं कहना है। याद रहे, नीतीश कुमार चार साल पहले अपनी पार्टी का भाजपा से नाता तोड़ने के बाद पाकिस्तान गए थे, ताकि लोग उन्हें धर्मनिरपेक्ष नेता मानें।