Home Headlines गठबंधन तोड़ना ही था तो मीठा बोलकर तोड़ना चाहिए था : गडकरी

गठबंधन तोड़ना ही था तो मीठा बोलकर तोड़ना चाहिए था : गडकरी

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गठबंधन तोड़ना ही था तो मीठा बोलकर तोड़ना चाहिए था : गडकरी
bjp-shiv sena alliance benefitted both : nitin gadkari
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मुंबई। शिवसेना को अगर भारतीय जनता पार्टी से चुनावी गठबंधन तोड़ना ही था तो मीठा बोलकर तोड़ना चाहिए था। अनायास कटुता पैदा करने से किसी भी दल का फायदा होने वाला नहीं है।

केद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मुंबई में मीडिया से चर्चा करते हुए शिवसेना द्वारा भाजपा से चुनावी गठबंधन तोड़ने पर यह प्रतिक्रिया दी है। गडकरी ने कहा कि भाजपा पूरी ताकत से आगामी चुनाव का सामना करेगी और बहुमत हासिल करने वाली है।

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को गोरेगांव में सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि शिवसेना की स्थापना को पचास साल हो गए, उसमें से पचीस साल शिवसेना युति में सड़ती रही।

इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गडकरी ने कहा कि पचीस साल युति में सड़ने जैसी बयानबाजी ही गलत है। युति के बल पर ही 1995 में सत्ता आई थी, यह किसी को नहीं भूलना चाहिए।

गडकरी ने कहा कि युति करना है अथवा नहीं यह प्रदेश स्तर का मुद्दा है और उसी स्तर पर इस मुद्दे पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बालासाहेब ठाकरे को हम सभी नेता मानते थे लेकिन अब वह नहीं रहे, तो युति तोडऩा ही था तो अच्छे शब्दों के साथ तोड़ना चाहिए था।

कड़वे शब्द बोलकर भारतीय जनता पार्टी व शिवसेना में अनायास कटुता निर्माण करना किसी भी तरह ठीक नहीं है। गडकरी ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रावसाहेब दानवे अच्छा काम कर रहे हैं, इसलिए आगामी चुनाव में भाजपा को जोरदार सफलता मिलने वाली है।