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सिरोही:भाजपा जिलाध्यक्ष का पुतला फूंका

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सिरोही:भाजपा जिलाध्यक्ष का पुतला फूंका
bjp workers burning effigy of bjp district president at sarjavav darvaj in sirohi.
bjp workers burning effigy of bjp district president at sarjavav darvaj in sirohi (rajasthan).
bjp workers burning effigy of bjp district president at sarjavav darvaj in sirohi (rajasthan).

सबगुरु न्यूज-सिरोही। भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी के खिलाफ आक्रोश रविवार को दोपहर को बंद कमरों से चौराहे पर आ गया और उनकी कार्यप्रणाली से असंतुष्ट भाजपाइयों ने सरजावाव दरवाजे पर उनका पुतला फूंका। विरेन्द्रसिंह चौहान और एक पूर्व अध्यक्ष के साथ-साथ वर्तमान जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी इस बार हो रहे भाजपा संगठन चुनावों में फिर से जिलाध्यक्ष पद के दावेदार हैं।
हाल ही में डोडुआ के भुवनेश्वर महादेव मंदिर में भाजपा सिरोही ग्रामीण देहात मंडल के चुनाव प्रभारी मदनसिंह थल पर मंडल के सेक्टर व बूथ चुनाव प्रभारियों की नियुक्ति में मंडल के कार्यकर्ताओं व प्रभारियों की अनदेखी का आरोप लगा था। मदनसिंह थल की कथित संदेहास्पद कार्यप्रणाली के विरोध में आज मोहब्बत नगर के पास गुडा के राणेश्वर महादेव मंदिर में भाजपा ग्रामीण मंडल के असंतुष्ट खेमे ने बैठक आहूत की थी। इसके बाद शाम को भाजपा ग्रामीण मंडल के असंतुष्ट पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी का पुतला फूंका।

चौधरी का थल कनेक्शन
अब सोचने की बात यह है कि असंतुष्ट मदनसिंह थल से हैं तो लुम्बाराम चौधरी का पुतला क्यों फूंका गया। इसके लिए छह महीने पहले हुए पंचायतराज चुनावों में झांकना होगा। पंचायतराज चुनावों में रेवदर पंचायत समिति में भाजपा को बहुमत मिला था। यहां पर विधायक जगसीराम कोली का कार्यक्षेत्र होने के कारण उनके समर्थक को भाजपा की ओर से प्रधान पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया, लेकिन यहां पर भाजपा के एक गुट ने निर्दलीय पुंजाराम मेघवाल का समर्थन करके उनको रेवदर का प्रधान बनवा दिया। इसमें मदनङ्क्षसह थल की प्रमुख भूमिका होने का आरोप लगता रहा है।
भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी पर मदनसिंह थल को समर्थन देने का आरोप लगते रहे। भाजपा सदस्यता अभियान के लिए रेवदर भाजपा मंडल की करीब चार महीने पहले हुई एक बैठक में लुम्बाराम चौधरी की कथित सरपरस्ती हासिल मदनसिंह थल के भी इस बैठक में पहुंचा। इस बैठक में मदनसिंह थल भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारियों के बीच में जाकर जैसे ही बैठे वैसे ही विरोध हो गया और भाजपा कार्यकर्ता व पदाधिकारी बैठक का बायकॉट करके दूसरे स्थान पर बैठ गए। मदनसिंह थल अकेले पड़ गए।
वहां पर मौजूद भाजपाई मदनसिंह थल को पार्टी से निष्कासित करने की मांग करते रहे। इस पर रेवदर विधायक जगसीराम कोली और जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी ने समझाइश करके जैसे-तैसे बैठक तो कर ली, लेकिन इस विवाद के मीडिया में सामने आने से भाजपा की अंदरूनी फूट और जिलाध्यक्ष के खिलाफ विरोध की सुगबुगाहट जनता के बीच आ गई। इधर, लुम्बाराम चौधरी ने मदनसिंह थल को निष्कासित तो नहीं किया, लेकिन अपनी ही कार्यकारिणी उसे भाजपा जिला उपाध्यक्ष भी मनोनीत कर दिया।
ताजा विरोध इसलिए
भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ जिले में भाजपा पदाधिकारियों में विरोध नया नहीं है। उन पर पुत्रमोह का आरोप लगता रहा वहीं पूर्व विधायक और कथित रूप से उनकी राजनीतिक जीवनदाता तारा भंडारी की पुत्रवधु को लुम्बाराम चौधरी के क्षेत्र में हारने के पीछे भी चौधरी की भूमिका को संदेहास्पद बताया जा रहा है। इसके भाजपाइयों की दलील यह है कि इसी क्षेत्र से चौधरी के पुत्र जिला परिषद सदस्य थे और तारा भंडारी की पुत्रवधु पंचायत समिति सदस्य, लेकिन बडे ही संदिग्ध परिस्थितियों में जिन बूथों पर चौधरी के पुत्र भाजपा के होते हुए आगे निकले उन्हीं बूथों पर तारा भंडारी की पुत्रवधु पीछे रहीं।
मतपेटियों में आए इस अंतर ने चौधरी की भूमिका को इन चुनावों में भाजपा कार्यकर्ताओं में संदेहास्पद बना दिया। चौधरी के खिलाफ भाजपा के ओबीसी के नेताओं में भी यह विरोध पलने लगा। यह विरोध तब और बढ़ गया जब उन पर अपने पुत्र को जिला उपप्रमुख बनाने के लिए जोड़तोड़ का आरोप लगा।
भाजपा ग्रामीण मंडल के बूथ प्रभारी की कथित पक्षपातपूर्ण नीति से फूटे गुस्से ने इस विरोध को रविवार को एकाएक उग्र बनाकर सार्वजनिक कर दिया। इसके पीछे प्रमुख कारण भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी के कथित वरदहस्त मदनसिंह थल की भाजपा सिरोही ग्रामीण मंडल की बैठक में सैक्टर प्रभारियों की नियुक्ति में पक्षपात किए जाने को बताया जा रहा है।
गुडा में हुई बैठक में मौजूद सिरोही ग्रामीण मंडल के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि पूर्व में बूथ प्रभारियों व सह प्रभारियों के नाम सर्वसम्मति से बूथ प्रभारी मदनसिंह थल को दे दिए गए थे। इसके बावजूद मदनङ्क्षसह थल ने लुम्बाराम चौधरी को जिलाध्यक्ष बनाने की राह साफ करने के लिए अपनी मर्जी से सैक्टर चुनाव प्रभारी व सह प्रभारी बना दिए। इससे पूरी चुनाव प्रक्रिया ही संदेहास्पद हो गई।
विरोध करने वाले पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अपनी इच्छा के बूथ चुनाव प्रभारी बनाकर मदनङ्क्षसह थल अपने समर्थकों को बूथ अध्यक्ष बनवाएंगे। इसकी बानगी रविवार शाम को ही सामने आ गई जब उड माडवाडा के दरजाराम पुरोहित और चंदु खंडेलवाल से कोई व्यक्ति यह पूछते हुए एक कागज पर हस्ताक्षर ले गया कि वह भाजपा के कार्यकर्ता हैं या नहीं हैं। असंतुष्ट लोगों को डर है कि इस तरह चुने गए चुनाव प्रभारी बिना चुनाव करवाए हुए खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवाकर बूथ अध्यक्ष बनवा लेंगे। यह बूथ अध्यक्ष अपने धड़े के लोगों को ब्लॉक अध्यक्ष चुन लेंगे और यह ब्लॉक अध्यक्ष अपने वरदहस्तों को जिलाध्यक्ष चुन लेंगे।
जिलाध्यक्ष व चुनाव प्रभारी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव
गुडा मे हुई बैठक में रविवार को भाजपा सिरोही ग्रामीण मंडल के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी व सिरोही ब्लॉक चुनाव प्रभारी मदनङ्क्षसह थल के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया। इस बैठक में जिला उपाध्यक्ष गंगासिंह राठौड, किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष पन्नेसिंह देवड़ा, पूर्व मंडल अध्यक्ष कांतिलाल जैन, हिदाराम माली, केराराम लोहार, चीनाराम पुरोहित, गोमाराम देवासी, रावताराम देवासी, जब्बरसिंह सोलंकी, मंडल के पूर्व महामंत्री गोविंद पुरोहित, निम्बाराम देवासी, तुलसीराम पुरोहित, पूरण सोनी, मोहन सुआरा, अभयसिंह देवड़ा, हिम्मत वी माली, राईगाराम देवासी, खीमराज नागर, गणपतसिंह राव, मगन प्रजापत, उप प्रधान नरेश प्रजापत, भोपा लकमाराम देवासी, परमवीरसिंह, हिम्मत रावल, तेजङ्क्षसह, हड़मतसिंह देवड़ा, प्रेमाराम देवासी, हकमाराम मेघवाल, सुरेश घांची, गिरधारी पुरोहित, सुरेश कलावंत, कानसिंह, जिगनेश त्रिवेदी, कुपाराम, श्रवण पुरोहित, भीमसिंह, ताराराम, रामसिंह पुरोहित, रूपाराम पुरोहित, मेहन्द्र माली, बसंत पुरोहित, लक्ष्मण माली, रमेश रावल आदि समेत करी डेढ़ सौ से ज्यादा सिरोही ग्रामीण मंडल के कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद थे।

सबगुरु न्यूज पर 5 अक्टूबर को पढ़ें ं… भाजपा के विवाद का जिला चुनाव प्रभारी से कनेक्शन