Home Headlines ओपियन पोल से गदगद हुईं माया, 2017 में सरकार बनने का भरोसा

ओपियन पोल से गदगद हुईं माया, 2017 में सरकार बनने का भरोसा

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ओपियन पोल से गदगद हुईं माया, 2017 में सरकार बनने का भरोसा
BSP supremo enough mayawati confidence to win 2017 battle on her own
BSP supremo enough mayawati confidence to win  2017 battle on her own
BSP supremo enough mayawati confidence to win 2017 battle on her own

लखनऊ। अभी हाल में आए ओपिनियन पोल के सर्वे को देखकर गदगद हुई मायावती ने शनिवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्होंने उततरप्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपनी सरकार आने का भरोसा दिलाकर पदाधिकारियों को काम तेजी लाने का आदेश दिया है।

इस दौरान पदाधिकारियों से जिले की प्रगति रिर्पोट पर भी चर्चा की है। उन्होंने कहा कि बसपा को आम चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलेगा और सरकार बसपा बनाएगी। बसपा कार्यकारिणी की बैठक में मायवती ने कहा है कि सभी कार्यकर्ता देश में पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने व सर्वसमाज में, जनाधार को बढ़ाने तथा चुनाव में पार्टी का अच्छा नतीजा दिखाने के लिए जुट जाएं।

उत्तर प्रदेश विधानसभा आमचुनाव के सम्बन्ध में अभी हाल ही में आए ताजा ‘ओपिनियन सर्वे’ के बारे में कहा कि पंचायत चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने बीएसपी को नम्बर-एक की पार्टी बनाकर उभारा है, उसके मध्यनजर रखते हुए बीएसपी को इस बार यहां विधानसभा आमचुनाव में जरूर स्पष्ट बहुमत मिलेगा।

केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार यहां बड़े-बड़े भ्रष्टाचारियों व कालाधन रखने वालों को हर प्रकार का सरकारी संरक्षण देने के मामले में, किसी भी प्रकार से कांग्रेस पार्टी से कम नहीं लगती है।

बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार, अपने पैतृक संगठन आरएसएस की संक्रीण व जातिवादी विचारधारा पर चलते हुए, भारत को ‘हिन्दू-राष्ट्र’ बनाने के क्रम में जनहित व देशहित को पूरी तरह से त्याग कर, गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व अमन-चैन आदि जैसे जरूरी मुद्दों को पूरी तरह से भुला बैठी है।

वास्तव में केन्द्र की भाजपा सरकार लोगों से जीने का व दलितों, आदिवासियों, अन्य पिछड़े वर्गों व धार्मिक अल्पसंख्यकों में से खासकर मुस्लिम समाज का संवैधानिक हक छीनने वाली गैर-कल्याणकारी सरकार बनती जा रही है।

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु आदि राज्यों में विधानसभा के आमचुनाव हो रहे हैं। इन राज्यों में पार्टी जमीनी स्तर पर लगातार काम कर रही है, परन्तु वहाँ कुछ परिणाम पाने में थोड़ा समय लग सकता है। फिर भी जो लोग पार्टी की मानवतावादी विचारधारा से जुड़े हैं उनके व पार्टी हित को ध्यान में रखकर बीएसपी ने उन राज्यों में अकेले ही अपने बल पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

इन राज्यों के पदाधिकारियों के अनुरोध पर मायावती ने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को सम्बोधित करने हेतु कार्यक्र्रम को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को छोड़कर देश के विभिन्न राज्यों में स्थानीय मुद्दों को लेकर अनवरत चल रहा बीएसपी का जिला-स्तरीय धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम जारी रहेगा।