जयपुर। राज्य 16 जिलों में शिक्षण प्रशिक्षण के लिए निजी क्षेत्र में बी.एस.टी.सी. संचालित किए जाने के लिए सरकार ने स्वीकृति दे दी है। ये वे जिले है जहां दस से कम बीएसटीसी संचालित है।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि इससे प्रदेश के दुरस्थ जिलों यथा बीकानेर, बाड़मेर, बूंदी, कोटा, सिरोही, बांसवाड़ा आदि के अभ्यर्थियों को सीधे लाभ मिलेगा। अब तक उन्हें शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम करने के लिए अपने निवास स्थान से अत्यधिक दूर रहकर शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स करना पड़ता था।
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि शिक्षक प्रशिक्षण के लिए स्थापित किए जाने वाले इन संस्थानों द्वारा प्रदेश की आवश्यकताओं के अनुरूप डिप्लोमा इन एलीमैन्ट्री एजुकेशन एवं पूर्व बीएसटीसी का कोर्स भी करवाया जाएगा।
शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा है कि प्रदेश में निजी विद्यालयों द्वारा मनमाने तरीके से फीस वसूले जाने को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। निजी विद्यालयों की फीस निर्धारण के लिए गठित समिति आागामी एक माह में फीस संबंधित शिकायतों का निस्तारण कर देगी।
इस बार प्रदेश में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह के साथ ही जिला स्तर एवं ब्लॉक स्तर पर भी शिक्षक सम्मान समारोहों का आयोजन किया जाएगा। शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि शिक्षकों का सम्मान बढ़ाने के लिए यह महत्ती पहल है।
उन्होंने बताया कि अब तक प्रांतीय स्तर पर ही शिक्षकों का सम्मान किए जाने की परम्परा रही है। प्रो. देवनानी ने बताया कि राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान के लिए जिला स्तर पर एक लाख रूपये, ब्लॉक स्तर के अंतर्गत प्रत्येक ब्लॉक के लिए 10 हजार रूपए राशि का प्रावधान शिक्षक सम्मान के लिए किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा तथा ब्लॉक स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा शिक्षकों के सम्मान के लिए समितियों का गठन किया गया है।