Home Breaking मोईन कुरैशी, पूर्व सीबीआई निदेशक के खिलाफ एफआईआर, छापेमारी

मोईन कुरैशी, पूर्व सीबीआई निदेशक के खिलाफ एफआईआर, छापेमारी

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मोईन कुरैशी, पूर्व सीबीआई निदेशक के खिलाफ एफआईआर, छापेमारी
cbi books its former chief AP singh along with Moeen Qureshi in a graft case
cbi books its former chief AP singh along with Moeen Qureshi in a graft case
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नई दिल्ली। सीबीआई ने सोमवार को मीट कारोबारी मोईन कुरैशी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की शिकायत पर एफआईआर दर्ज किया है। सीबीआई कुरैशी पर ईडी और आयकर विभाग कर चोरी और काला धन सफेद करने से जुड़े मामलों की जांच कर रही है। इस एफआईआर में पूर्व सीबीआई निदेशक एपी सिंह का भी नाम शामिल है।

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की शिकायत के आधार पर सीबीआई ने मीट कारोबारी मोईन कुरैशी, पूर्व सीबीआई निदेशक एपी सिंह और हैदराबाद में कारोबारी प्रदीप कोनेरु के विरुद्ध भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं के तहत का मामला दर्ज किया है।

सोमवार को दिल्ली, गाजियाबाद, हैदराबाद और चेन्नई में सीबीआई ने कुरैशी से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की। पूर्व सीबीआई निदेशक के आवास और कुरैशी के ठिकानों पर छापेमारी कर अहम दस्तावेज बरामद किए हैं। बताया गया है कि कुरैशी से जुड़ी एएमक्यू ग्रुप ऑफ कंपनीज में भी छापेमारी की गई है।

कुरैशी पर आरोप है कि उसने सरकारी अफसरों के साथ मिलकर लोगों से मोटी रकम वसूल की और वह अधिकारियों पर प्रभाव बनाकर लोगों के काम करवाने का दावा करता करता था। जांच में पूर्व सीबीआई निदेशक एपी सिंह के भी तार कुरैशी से जुड़े पाए गए हैं।

2014 में आयकर विभाग की जांच के बाद सर्वोच्च न्यायालय में खुलासा हुआ था कि मोईन कुरैशी और एपी सिंह बराबर संपर्क में बने रहे थे। इसके बाद ही प्रवर्तन निदेशालय की शिकायत पर सीबीआई ने मामला दर्ज किया है।  कुरैशी पर करोड़ों रुपए की हवाला रकम लंदन, दुबई और यूरोप भेजने और कालाधन रखने का आरोप है।

वहीं हैदराबाद के कारोबारी प्रदीप कोनेरु के पहले भी वाईएसआर कांग्रेस नेता जगन मोहन रेड्डी के आय से अधिक संपत्ति रखने मामले में आरोपी रह चुका है। उस समय कोनेरु ने कुरैशी को एपी सिंह से मिलकर मामला निपटाने के लिए एसएमएस भी किया था।

1974 बैच के आईपीएस अधिकारी एपी सिंह नवम्बर, 2010 से नवम्बर, 2012 तक सीबीआई निदेशक के पद रहे थे। उनके बाद ही रंजीत सिन्हा ने नये निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला था। गौरतलब है कि कुरैशी के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने 2015 में छापेमारी कर मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था।

इसके अलावा करोड़ों रुपए का टैक्स चोरी करने के आरोप में भी आयकर विभाग ने कुरैशी के विरुद्ध मामला दर्ज किया था। दुबई फरार होते समय एयरपोर्ट से कुरैशी को गिरफ्तार भी किया गया था और उसके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने लुकआउट नोटिस जारी किया हुआ था।