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महिला मुक्केबाजों ने खुद कराया था प्रेगनेंसी टेस्ट

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नई दिल्ली। विश्व चैम्पियनशिप में भाग लेने जा रही महिला मुक्केबाजों के प्रेगनेंसी टेस्ट को लेकर उठे जबर्दस्त विवाद के बीच देश में मुक्केबाजी की नियंत्रण संस्था बाकि्संग इंडिया ने स्पष्ट किया है कि इसके लिए महिला मुक्केबाजों ने खुद आग्रह किया था।…

बाकि्संग इंडिया ने गुरूवार को एक बयान जारी कर कहा कि अन्तरराष्ट्रीय मुक्केबाजों महासंघ (आर्ईबा) की शर्तो में यह शामिल था कि दक्षिण कोरिया के जेजू में होने वाली चैम्पियनशिप में भाग लेने वाली मुक्केबाजों का प्रेगनेंसी टेस्ट होना चाहिए। बाकि्संग इंडिया ने साथ ही कहा कि भारतीय टीम की मुक्केबाजों ने टीम कोचों और मुख्य कोच के जरिये लिखित में हमसे आग्रह किया कि साई या किसी साई डाक्टर से ऎसा टेस्ट कराने में उनकी मदद की जाए और इस प्रक्रिया के तहत हमने ऎसा किया। बाकि्संग इंडिया ने अपने बयान के साथ आईबा का अपने सदस्य देशों को शर्तो के साथ भेजा गया निमंत्रण पत्र और महिला मुक्केबाजों द्वारा लिखा पत्र भी संलग्न किया।

बाक्सिंग इंडिया के अध्यक्ष संदीप जजौदिया ने बयान में बताया कि आईबा ने नियमों और शर्तो के साथ जो निमंत्रण भेजा है उसके नियम 11 में विशेष जरूरतों के तहत ए संलग्नक में लिखा हुआ कि हर मुक्केबाज को किसी डाक्टर द्वारा जारी नान पे्रगनेंसी फार्म अपने साथ वजन के समय लाना होगा। जजौदिया ने कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि जूनियर लड़कियों के भी पे्रगनेंसी टेस्ट किए गए हैं जो कि पूरी तरह आधारहीन, तथ्यों से परे और भ्रामक हैं। विश्व चैम्पिनशिप के लिए न्यूनतम आयु सीमा 19 साल है और इस शिविर में हिस्सा ले रही सबसे युवा मुक्केबाज 1994 में जन्मी हुई है। चूंकि किसी जूनियर मुक्केबाज को इस कैम्प में शामिल नहीं किया गया इसलिए जूनियर लड़कियों का पे्रगनेंसी टेस्ट करने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
बाक्सिंग इंडिया ने अपने बयान के साथ दस महिला मुक्केबाजों का नाम और हस्ताक्षरयुक्त पत्र संलग्न किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि जैसा आप जानते हैं कि विश्व चैम्पियनशिप में भग लेने के लिए किसी डाक्टर द्वारा जारी नो प्रेगनेंसी सर्टिफिकेट आईबा को देना जरूरी है। हमें नहीं पता कि दिल्ली में ऎसा टेस्ट कहांं होता है और हमारी ट्रेनिंग भी बाधित हो सकती है। इसलिए हमारा आपसे व्यक्तिगतरूप से आग्रह है कि ऎसा टेस्ट क राने की साई या किसी साई डाक्टर से व्यवस्था कराई जाए। इस पत्र पर 28 अक्टूबर की तारीख पड़ी हुई है।

जजौदिया ने कहा कि बाक्सिंग इंडिया हमेशा मुक्केबाजों के हित के लिए काम करता हैै और हम हमेशा यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आईबा द्वारा तय नियमों का भारतीय दल पूरी तरह पालन करे। किसी भी तरह के उल्लंघन से मुक््केबाज अयोग्य घोषित हो सकते हैं। उन्होंने साथ ही क हा कि यह बाक्सिंंग इंडिया की जिम्मेदारी है कि वह अपने सभी मुक्केबाजों की सुरक्षा सुनिश्चत करे। वैसे भी आईबा के नियम भारत पर ही नहीं सभी भाग लेने वाले देशाेंं पर लागू होते हैं।

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