Home Headlines आरएसएस पर बरसीं माकपा नेता वृंदा कारात

आरएसएस पर बरसीं माकपा नेता वृंदा कारात

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brinda karat
CPI(M) leader brinda karat says people in india are restless over RSS intrusion in modi govt

जयपुर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की नेता वृंदा कारात ने हिंदुत्व पर बरसते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ केन्द्र में सत्ता में भागीदार होकर नागरिक अधिकारों को कुचल रहा है। …

भारतीय राजनीति में बदलाव के बहुआयामी परिणाम विषय पर आयोजित व्याख्यान माला में वृंदा कारात ने कहा कि हिंदुत्व राजनीतिक विचार है तथा यह गुरू गोलवलकर का हिन्दु राष्ट्र बनाने का सपना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सत्ता में भागीदार बन गया है तथा गरीबों पर बुलडोजर चलने के साथ नागरिक अधिकारों को कुचला जा रहा है।

लव जेहाद की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि लव जेहाद के नाम पर मुसलमानों के खिलाफ झूठा प्रचार किया जा रहा है। प्यार को सांप्रदायिकता का नारा दिया जा रहा है जिसके चारों तरफ राजनीति का जाल है।

माकपा नेत्री ने मेरठ का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां एक हिन्दु युवती और मुसलमान युवक में प्रेम को लव जेहाद बताया गया लेकिन बाद में युवती ने ही यह पोल खोली कि उसका मुसलमान युवक से प्रेम था और वह उसके बच्चे की मां बनना चाहती थी। उन्होंने कहा कि यह महिलाओं की आजादी पर हमला है इसे रोकना होगा।

वृंदा कारात ने देश में ब्राह्मणवादी विचारधारा को बढ़ावा देनेे का आरोप लगाते हुए कहा कि हिंदुत्व वादी लोग मनु स्मृति को भुलाकर यह साबित करना चाहते हैं कि भारत मेंं मुगलोंं के शासन में क्षुद्रों का जन्म हुआ। देश में मुसलमान विरोधी भावनाओं को उभार कर साधु संतों को आगे किया जा रहा है। इनका प्रतिनिधि जोधपुर जेल में बंद हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता आदित्यनाथ आपराधिक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुप हैं। संसद में कोई बोलने वाला नहीं हैं। सब दो दो हाथ उठाने वाले हैं।

प्रधानमंत्री दिन में दस बार टि्वट करते हैं तथा उनका नारा ..सबका साथ लेकर चलने का हैं लेकिन इसके विपरीत काम करने वाले सरसंघचालक मोहन भागवत के मामले में वह एक भी टि्वट नहीं करते। माकपा नेत्री ने कहा कि पाठय पुस्तकों में भी हिन्दुत्व की विचारधारा के आधार पर बदलाव किया जा रहा हैं। उर्दु शब्दों को हटाने की हिदायत दी गई हैं। मुश्किल, दोस्त, गुस्सा, खबरदार शब्द इस्तेमाल करने पर इसे भारतीयता से दूर माना जाएगा।

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