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संयम लोढ़ा बने डीसीए के सचिव

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संयम लोढ़ा बने डीसीए के सचिव

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सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला क्रिकेट संघ का करीब सात साल से भी ज्यादा लम्बे समय से चले आ रहे विवाद का अंततोगत्वा समाधान हो गया। राजस्थान क्रिक्रेट एसोसिएशन ने राजस्थान हाईकोर्ट के आदेशों के बाद एक आदेश पारित करके संयम लोढ़ा को सिरोही जिला क्रिकेट संघ का सचिव घोषित किया है। संजीव सांखला इसके अध्यक्ष तथा नटवरसिंह घडिय़ा कोषाध्यक्ष होंगे। लोढ़ा राजेश माथुर का, सांखला विरेन्द्र मोदी तथा घडिय़ा विवके कोठारी का स्थान लेंगे। 

-एक दशक से भी ज्यादा लम्बा विवाद
सिरोही जिला क्रिकेट संघ का विवाद एक दशक से भी ज्यादा पुराना है, लेकिन यह विस्फोटक बना 2011 में जब जिले के बीस में से 15 क्रिकेट क्लबों ने 21 अगस्त, 2011 को डीसीए अध्यक्ष संयम लोढ़ा की मौजूदगी में सिरोही में हुई बैठक में डीसीए में कथित अनियमितताओं की बात उठाई।  इसमें तत्कालीन सचिव राजेश माथुर का निलंबित करके महेन्द्रसिंह उमट का कार्यवाहक सचिव बनाने का प्रयास किया।

इसके बाद 18 नवम्बर, 2012 को शिवगंज के वुडलैंड होटल में प्रथम साधारण बैठक हुई। इसमें तत्कालीन सचिव माथुर से समस्त दस्तावेज के साथ उपस्थित होने को कहा गया था। इसके बाद 25 अगस्त, 2012 को एजीएम बुलाकर चुनाव करवाने का निर्णय भी किया गया। 21 अक्टूबर, 2012 को चुनाव हुए, जिसमें संजीवसिंह सांखला को अध्यक्ष, संयम लोढ़ा को सचिव तथा नटवरसिंह घडिय़ा को कोषाध्यक्ष चुना गया।

इसी दौरान राजेश माथुर गुट ने भी चुनाव करवाने का दावा किया। उनकी कार्यकारिणी में विरेन्द्र मोदी को अध्यक्ष, वे स्वयं सचिव तथा विवेक कोठारी कोषाध्यक्ष बने। आरसीए ने बाद में माथुर वाली कार्यकारिणी को वैध मानते हुए मान्यता दे दी। इस पर लोढ़ा समुह इसके लिए राजस्थान हाईकोर्ट में गया।

संयम लोढ़ा ने बताया कि न्यायाधीश अरूण भंसाली ने 23, फरवरी 2016 के आदेश देते हुए लोढ़ा वाली कार्यकारिणी को वैध माना। इसी के आधार पर एक मार्च को आरसीए ने सिरोही डीसीए के सचिव संयम लोढा को पत्र लिखकर राजस्थान हाईकोर्ट की रिट पिटिशन 10196/2011 का हवाला देते हुए उनकी कार्यकारिणी को कार्य करने के निर्देश दिए तथा समस्त बैंक अकाउंट के संचालन के आदेश दिए।
-यदि अनियमितताएं हुई हैं बैठक और आरसीए में रखेंगे : लोढ़ा
संयम लोढ़ा ने सबगुरु न्यूज को बताया कि उनका उद्देश्य जिले में क्रिकेट को पल्लवित करना है। बेहतरीन खिलाडिय़ों को तराशना और उनके लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तैयारी करवाना है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें जिले के 14 क्लबों ने तत्कालीन कार्यकारिणी के द्वारा 2009,2010 तथा 2011 में हुई कथित अनियमितताओं की जानकारी देते हुए नई कार्यकारिणी बनाने को कहा था। अब नई कार्यकारिणी बनी है तो उन आरोपों पर डीसीए की आगामी बैठकों में चर्चा की जाएगी तथा आरसीए में भी बात की जाएगी।
-शीघ्र ही होगा अगला चुनाव
डीसीए के चुनाव हर चार साल में होते हैं। लोढा वाली कार्यकारिणी का चुनाव 21, अक्टूबर 2012 को हुआ था। ऐसे में 21, अक्टूबर, 2016 में फिर से इसके चुनाव होंगे।
-इनका कहना है…
मुझे नहीं मालूम कि यह किस केस के निर्णय के आधार पर अपनी कार्यकारिणी को स्वीकृति मिलने की बात कर रहे हैं। केस संख्या 10196/11 की अगली पेशी तो इस महीने होनी है। फिर भी मै पता करुंगा कि यह कौनसे केस का निर्णय है। मेरे हिसाब से तो वर्तमान में भी मै डीसीए सचिव, अध्यक्ष विरेन्द्र मोदी तथा कोषाध्यक्ष विवेक कोठारी हैं।
राजेश माथुर