Home Bihar बिहार : दवा व्यापारी की गला दबा कर हत्या

बिहार : दवा व्यापारी की गला दबा कर हत्या

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बिहार : दवा व्यापारी की गला दबा कर हत्या
drug dealer murdered in bihar
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पटना/फुलवारीशरीफ। रानीपुर निवासी दवा व्यापारी जितेन्द्र कुमार नंद उर्फ नंद न महतो की अपराधियों ने गला दबा कर हत्या कर डाली। हत्या के बाद अपराधियों ने शव को घर से कुछ ही दूरी पर करोड़ी चक स्थित एक खेत में फेंक कर फरार हो गए।

शनिवार की सुबह शव मिलने की सूचना गांव में सनसनी फैल गई और देखते देखते घटना स्थल के आस पास लोगों की भीड जमा हो गई। आनन फानन में शव मिलने की सूचना स्थानीय थाना को दी गई। पुलिस मौके पर पहुचं कर शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया।

पुलिस हत्या के पीछे कई कारणों पर तफतीश कर रही है। थानेदार ने बताया कि प्रथम दृष्टिया से मामला हत्या का प्रतीत होता है। हत्या के पीछे का कारण आपसी विवाद, पैसे का लेन देन या प्रेम प्रसंग का मामला भी हो सकता है।

रानीपुर निवासी स्व रामजी सिहं का छोटा पुत्र जितेन्द्र कुमार नंद उर्फ नंनद महतो शुक्रवार की शाम चार बजे अपने घर से निकला था। देर रात तक जब वह अपने घर नहीं पहुंचा तो घर वाले ने समझा कि वह और दिन की तरह प्रखंड के निकट अपने मार्केट में सोया होगा। उसी मार्केट में दवा की दुकान भी चलाता था।

शनिवार की सुबह अचानक परिजनों को सूचना मिली की जितेन्द्र कुमार नंद का शव करोड़ी चक के बधार में पडा है। शव मिलते ही घर में कोहराम मच गया। मृतक के भाई अमरेन्द्र कुमार ने बताया की शुक्रवार की देर रात दो अज्ञात व्यक्ति जितेन्द्र के घर उसका मोबाइल और पर्स देने आए थे और जब तक परिजन कुछ समझ पाते तब तक वह दोनों निकल गए।

स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक की पहली पत्नी की मौत 2011 में परिवारिक विवाद को लेकर जहर खाने से हो गई थी। पहली पत्नी अन्नु कुमारी से एक मात्र बेटी खुशी 12 वर्ष है। पत्नी की मौत के बाद जितेन्द्र कुमार नंद ने संजू कुमारी से दूसरी शादी की। दूसरी पत्नी से कोइ संतान नहीं है।

थानेदार मुस्ताफा कमाल कैसर ने बताया कि जितेन्द्र कुमार की हत्या किसी अन्य जगह कर उस केशव को करोड़ीचक के बधार में फेंका गया। मृतक के नाक एवं कान से निकल रहे खून से प्रतीत होता है कि गला दबा कर हत्या की गई है। उन्होंने बताया कि हत्या का कारण आपसी विवाद, पैसे की लेन देन या प्रेम प्रसंग भी हो सकता है।

दो व्यक्ति के पास छुपा है हत्या का राज

दवा व्यापारी जितेन्द्र कुमार नंद की हत्या के बाद आखिर वे दो व्यक्ति कौन थे जिन्होंने उनके घर पर्स और मोबाइल पहुंचाया था। पुलिस की शक की सूई उन दो व्यक्तियों पर टिकी है। जिन्होंने रात के अंधरे में पर्स और मोबाइल मृतक की बेटी खुशी को दिया था। खुशी उन दोनों व्यक्ति को नहीं पहचानती है जो उनके घर आए थे, लेकिन खुशी ने बताया कि उस समय वहां उपस्थित परिवार की महिला सदस्य शायद उन दोनों व्यक्ति को पहचानती है।

पुलिस को अब उन दो व्यक्तियों की तलाश है जो रात के अंधरे में उनके घर मोबाइल और पर्स लेकर आए थे। वहीं दूसरी ओर करोड़ी चक के लोगों ने बताया कि पिछले दो माह के अंदर इस इलाके में कई हत्याएं हो चुकी है। हत्या कर अपराधी शव को इस इलाके में फेंक कर फरार हो जाते हैं। इससे पूर्व करोडी चक के खेत के बीच एक कुएं से पुलिस ने युवती की शव बरामद किया था।

इस घटना से प​हले इस क्षेत्र में ऑटो चालक की हत्या करके शव को फेंक दिया गया था। मृतक ऑटो चालक खगौल का रहने वाला था। पुलिस अब तक इन तीन हत्या के मामलों को सुलझने मे नाकारा साबित हुई है। देखना हैकि पुलिस जितेन्द्र कुमार की हत्या का मामला कितने दिनो में सुलझा पाती है।