Home Breaking मध्यप्रदेश : भिंड में थानेदार से पिटे पुलिस जवान ने की सुसाइड

मध्यप्रदेश : भिंड में थानेदार से पिटे पुलिस जवान ने की सुसाइड

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मध्यप्रदेश : भिंड में थानेदार से पिटे पुलिस जवान ने की सुसाइड
Forced to dig pits at Gandhi Jayanti program, police head constable commits suicide at his quarter in bhind
Forced to dig pits at Gandhi Jayanti program, police head constable commits suicide at his quarter in bhind
Forced to dig pits at Gandhi Jayanti program, police head constable commits suicide at his quarter in bhind

भिंड। मध्यप्रदेश के भिंड जिले में गांधी जयंती के मौके पर फावड़े से सफाई करने से इनकार करने पर एक थाना प्रभारी ने पुलिस जवान की डंडों से पिटाई कर दी। बाद में उसे पुलिस अधीक्षक की डांट भी पड़ी, जिससे दुखी होकर उसने कीटनाशक खा लिया। सोमवार की देर रात उसकी मौत हो गई। प्रताड़ना का शिकार हुए पुलिस जवान के परिजनों ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया, वहीं थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रौन थाने में पदस्थ रामकुमार शुक्ला से थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह गौड़ ने गांधी जयंती के मौके पर सोमवार को फावड़े से सफाई करने को कहा, जिस पर शुक्ला ने बीमारी का हवाला देकर ऐसा करने में असमर्थता जताई, तो गौड़ ने शुक्ला की फावड़े के डंडे से ही पिटाई कर दी।

इतना ही नहीं, शुक्ला ने जब इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह कुशवाहा से की, तो उन्होंने शुक्ला को ही डांट लगाई। इसका ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।

शुक्ला घटना के बाद इतना व्यथित हुआ कि उसने घर पहुंचकर कीटनाशक खा लिया। इसके बाद उसने पुलिस अधीक्षक कुशवाहा को फोन किया और अपने परिजनों को भी बताया कि वह मरने जा रहा है। उसका बेटा जब भिंड से रौन पहुंचा, तब तक शुक्ला की तबीयत बिगड़ चुकी थी। उसे ग्वालियर ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

शुक्ला के परिजनों ने मंगलवार को थाना प्रभारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने और पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। लोग कई घंटे तक शुक्ला के शव के साथ प्रदर्शन करते रहे। बाद में देर शाम को शुक्ला का अंतिम संस्कार हुआ।

पुलिस अधीक्षक कुशवाहा ने बताया कि थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है और इस मामले की जांच दूसरे जिले के अधिकारी से कराई जा रही है।

उन्होंने कहा कि जहां तक ऑडियो की बात है तो मैंने तो उसे सिर्फ समझाया ही था। यह अंदाजा ही नहीं था कि वह ऐसा कदम उठा सकता है। कई बार आवेश में लोग आत्महत्या करने जैसी बात करने लगते हैं, इस मामले में भी ऐसा ही लगा।