Home Breaking हरियाणवीं गायक हर्षिता दहिया की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या

हरियाणवीं गायक हर्षिता दहिया की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या

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हरियाणवीं गायक हर्षिता दहिया की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या
Harinavin singer Harshitra Dahiya shot dead in panipat village
Harinavin singer Harshitra Dahiya shot dead in panipat village
Harinavin singer Harshitra Dahiya shot dead in panipat village

पानीपत। पानीपत जिले के गांव चमराडा से गांव पुग्थला जिला सोनीपत जाने वाली सडक पर कार सवार बदमाशों ने हरियाणवीं गायक हर्षिता दहिया की दिन दहाडे ताबडतोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी।

हर्षिता की हत्या की सूचना मिलने पर जिला पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा व अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की। जांच के बाद हर्षिता के शव का पंचनामा भर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल भिजवा दिया। इसराना थाना पुलिस ने हर्षिता हत्याकांड के मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणवीं गायक व डांसर हर्षिता दहिया मंगलवार की शाम को पानीपत के गांव चमराडा में सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने आई थी। कार्यक्रम पेश करने के बाद हर्षिता अपनी कार में सवार होकर सोनीपत जिला के गांव पुग्थला की ओर जा रही थी।

गांव चमराडा से बाहर निकलते ही एक कार ने हर्षिता की कार को ओवर टेक किया और रेस कम कर हर्षिता की कार को जबरन रूकवा लिया। कार रूकने के बाद आगे चल रही कार में सवार एक युवक बाहर निकला और हर्षिता की कार में सवार लोगों को रिवाल्वर दिखा कर चेतावनी दी कि यदि जिंदा रहना चाहते हो तो हर्षिता को छोड कर कार से नीचे उतर जाओ।

जान खतरे में देख हर्षिता के सभी साथी निशा, प्रदीप कुमार, संदीप, भगत कार से नीचे उतार कर सडक किनारे खेतों में भाग निकले। हत्यारे ने करीब सात राउंड फायरिंग की और अपने साथी की कार में सवार होकर फरार हो गया। वहीं हर्षिता के साथियों की सूचना पर थाना इसराना पुलिस घटरनास्थल पर पहुंची। फायरिंग की आवाज सुन कर बडी संख्या में गांव चमराडा के ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए।

इस मामले की जानकारी मिलने पर जिला पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस की जांच टीम से पूरे मामले की जानकारी ली। पुलिस ने एफएसएल की टीम से भी घटनास्थल की जांच करवाई। जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने हर्षिता दहिया के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल भिजवा दिया।

हत्यारे ने हर्षिता को छह से अधिक गोलियां मारी गई और वह हत्या के इरादे से ही हर्षिता के पीछे लगा था। वहीं हत्यारा व उसकी कार का चालक गांव चमराडा के कार्यक्रम में भी उपस्थित रहे थे। डीएसपी देशराज ने बताया हरियाणवीं गायका हर्षिता दहिया की पानीपत के गांव चमराडा के पास गोलियां मार कर हत्या कर दी गई है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने हर्षिता हत्याकांड में कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया था। वहीं हर्षिता की हत्या क्यों की गई इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। इधर, हर्षिता की साथी निशा ने बताया कि हर्षिता काफी समय से नरेला में अपने रिश्तेदार के यहां निवास कर रही थी। हर्षिता ने उन्हें बताया कि उसे फोन पर हत्या की धमकी मिल रही है।

हर्षिता ने हत्या की धमकी को लेकर फेस बुक पर भी अपनी पोस्ट डाली थी। इधर, पुलिस की जांच में पता चला कि हर्षिता दहिया मूल रूप से गांव नाहरा-नाहरी जिला सोनीपत की निवासी थी।

हर्षिता की साथी निशा ने बताया कि वे सभी गांव चमराडा में कार्यक्रम आयोजित करने के बाद सोनीपत की ओर जा रहे थे, गांव चमराडा से कुछ दूरी जाते ही पीछे से आ रही कार ने उनकी कार के आगे अपने कार को अडा कर उनकी कार रूकवा ली। कार से माथे पर तिलक लगाए एक युवक उतरा और उसने उन्हें कार से उतार जाने की चेतावनी दी।

निशा ने बताया कि कार में हर्षिता उसके साथ पीछे वाली सीट पर बैठी थी। हत्यारे व हर्षिता के बीच इस दौरान कुछ बातचीत भी हुई लेकिन हत्यारे के डर के कारण वह कुछ सुन नहीं पाई। अपनी हत्या के डर से हर्षिता के साथी व वह कार से उतर कर खेतों की ओर भाग गए। इस दौरान उन्हें कई राउंड फायरिंग की आवाज सुनी।

जब वे वापस लौटे तो कार की पीछे की सीट पर हर्षिता मृत हालत में पडी थी। पुलिस ने कार को भी केस की जांच के लिए इंपाउंड कर लिया है। साथी कलाकार निशा बहादुरगढ़ ने बताया की वह दो तिन दिन से ही हर्षिता के साथ कार्यक्रमों में जा रही है।

निशा बताया की उनके पीछे से एक कार आई और उन्होंने अपनी कार हमारी कार के आगे करके रुकवा लिया। कार में दो यवक सवार थे। उनमे से एक युवक ने तिलक लगा रखा था। वह युवक पिस्तौल लेकर आया और चिल्लाकर सबको गाड़ी से भागने के लिए कहा। हम सब डर गए थे।

मैं खेत में कूद कर भागी, सब इधर उधर भाग रहे थे। उसी युवक ने हर्षिता दहिया को गोलियां मारी थी। कुछ देर तक तो हम सब डर के मारे खेत में ही छिपे रहे। जब आसपास के ग्रामीण वहाँ मौके पहुंचे तब हमने कार की तरफ आकर देखा। हर्षिता कार की पिछली सीट पर लहू लुहान पड़ी थी।