Home Sports Cricket आईपीएल 2017 : पुणे के हाथों शर्मनाक हार, प्लेऑफ की दौड़ से बेंगलोर बाहर

आईपीएल 2017 : पुणे के हाथों शर्मनाक हार, प्लेऑफ की दौड़ से बेंगलोर बाहर

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आईपीएल 2017 : पुणे के हाथों शर्मनाक हार, प्लेऑफ की दौड़ से बेंगलोर बाहर
IPL 2017 : Rising Pune Supergiant vs Royal Challengers Bangalore
IPL 2017 : Rising Pune Supergiant vs Royal Challengers Bangalore
IPL 2017 : Rising Pune Supergiant vs Royal Challengers Bangalore

पुणे। राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के गेंदबाजों के आगे घुटने टेकने पर मजबूर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम को आईपीएल के 10वें संस्करण में शनिवार को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। इस हार ने बैंगलोर को एक लिहाज से प्लेऑफ की दौड़ से बाहर कर दिया है।

महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले गए इस मैच में स्टीव स्मिथ के सुपरजाएंट गेंदबाजों ने बेंगलोर की पारी 96 रनों पर ही समेट दी और इस कारण विराट कोहली की टीम 158 रनों के लक्ष्य को हासिल करने से कोसों दूर रह गई।

पुणे के 158 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बेंगलोर की पारी की शुरुआत करने आए ट्रेविस हेड (2) और कप्तान विराट कोहली (55) ने 11 ही रन जोड़े थे कि जयदेव उनादकट ने हेड को बोल्ड कर टीम का पहला विकेट गिराया।

इसके बाद टीम के विकेट गिरने का सिलसिला नहीं रुका। एक छोर पर जीत की उम्मीद लिए कप्तान कोहली का साथ बाकी का कोई भी बल्लेबाज नहीं दे पाया। कोहली के अलावा टीम की पारी खेलने आया कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका।

हेड के आउट होने के बाद 48 के कुलयोग पर बेंगलोर ने अब्राहम डिविलियर्स (3), केदार जाधव (7), सचिन बेबी (2) और स्टुअर्ट बिन्नी (1) के रूप में अपने चार अन्य विकेट गंवाए।

स्टुअर्ट के बाद इमरान ताहिर ने अगले तीन बल्लेबाजों पवन नेगी (3), एडम मिलने (5) और सैमुएल बद्री (2) को पवेलियन का रास्ता दिखाया। डेनियल क्रिस्टन ने कोहली को आउट किया। इसके बाद श्रीनाथ अरविंद (8) और युजवेंद्र चहल (4) निर्धारित समय तक केवल 12 रन ही जोड़ सके और टीम 96 रन ही बना पाई।

आईपीएल के इस सीजन में बेंगलोर ने पावर-प्ले के दौरान कुल 17 विकेट गंवाए हैं, जो किसी भी टीम द्वारा शुरुआती छह ओवरों में गंवाए गए सबसे अधिक विकेट हैं और इसके अलावा टीम का पावर-प्ले रन रेट भी सबसे कम 6.64 रहा है।

इस पारी में पुणे के लिए इमरान ताहिर ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए, वहीं लॉकी फग्र्यूसन को दो और जयदेल उनादकत, डेनियल क्रिस्टन और वाशिंगटन सुंदर को एक-एक सफलता हासिल हुई।

इससे पहले, टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पुणे ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 157 रन बनाए। पुणे के लिए कप्तान स्टीव स्मिथ ने सबसे अधिक 45 रन बनाए।

पुणे को पहला ही झटका 18 के कुल योग पर सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (6) के आउट होने पर लगा। सैमुएल बद्री ने उन्हें एडम मिलने के हाथों कैच आउट किया।

इसके साथ बद्री आईपीएल-10 में पावरप्ले के दौरान सबसे अधिक छह विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उनके अलावा यह रिकॉर्ड मिशेल मैक्लेघन के नाम हैं। दोनों ही संयुक्त रूप से शीर्ष स्थान पर हैं।

इसके बाद राहुल त्रिपाठी (37) और स्मिथ ने टीम की पारी को संभाला और 40 रनों की संयम भरी साझेदारी कर टीम का स्कोर 58 तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर पवन नेगी की गेंद पर विकेट के पीछे खड़े केदार जाधव ने त्रिपाठी का कैच लपक कर इस साझेदारी को तोड़ दिया।

त्रिपाठी के आउट होने के बाद स्मिथ का साथ देने आए मनोज तिवारी (नाबाद 44) ने अर्धशतकीय साझेदारी कर पुणे को 100 के पार पहुंचाया, लेकिन स्टुअर्ट बिन्नी ने एडम मिलने के हाथों स्मिथ को आउट कर मजबूत होती इस साझेदारी को भी तोड़ दिया।

स्मिथ ने अपनी पारी में खेली गईं 32 गेंदों में पांच चौके और एक छक्का लगाया। इसके बाद तिवारी और महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 21) ने कोई और विकेट गंवाए बिना 49 रन जोड़कर टीम को 157 के मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। बेंगलोर के लिए बद्री के अलावा पवन नेगी और स्टुअर्ट बिन्नी ने भी एक-एक विकेट लिया।

ऐसे प्रदर्शन के बाद कप्तान के लिए टिप्पणी करना मुश्किल

राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के खिलाफ मिली शर्मनाक हार का असर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली के चेहरे पर साफ नजर आ रहा था और इसी कारण उनका कहना था कि टीम के ऐसे प्रदर्शन के बाद एक कप्तान के लिए किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना मुश्किल होता है।

कोहली ने कहा कि मुझे लगता कि ऐसे प्रदर्शन के बाद एक कप्तान के लिए कोई भी टिप्पणी करना मुश्किल होता है। हालांकि, हमें ऐसे अनुभवों से सबक लेकर आगे बढ़ना चाहिए। हमने इस मैच को जीतने से अधिक बुरी तरह हारा है।

इस मैच में बेंगलोर के लिए एकमात्र रूप से सबसे अधिक 55 रनों की पारी खेलने वाले कोहली ने कहा कि इस हार के पीछे कुछ भी कारण हो सकते हैं फिर चाहें वो उम्मीदें हों। लोगों को लगा था कि हमारी बल्लेबाजी अच्छी होगी, जैसे पिछले साल प्लेऑफ में रही।

मैं किसी एक चीज पर दोष नहीं दे सकता। हम प्लेऑफ की दौड़ में काफी हद तक नहीं हैं। अब हम केवल एक ही चीज कर सकते हैं और वो है टूर्नामेंट में बाकी बचे चार मैंचों का आनंद लेना।