Home Headlines कांग्रेस के डीएनए में ही है गुंडागर्दी : रघुवर दास

कांग्रेस के डीएनए में ही है गुंडागर्दी : रघुवर दास

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कांग्रेस के डीएनए में ही है गुंडागर्दी : रघुवर दास
Jharkhand Chief Minister raghubar das
Jharkhand Chief Minister raghubar das
Jharkhand Chief Minister raghubar das

रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कांग्रेस पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस के डीएनए में ही गुंडागर्दी है। इसका जनता को दुख पहुंचाने का इतिहास रहा है।

10 वर्षो के एनडीए सरकार ने गोलमाल भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा साथ ही मीडिया और लोकतंत्र का गला घोटने का प्रयास किया गया। यही वजह है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जनता ने इसे इस लायक भी नहीं समझा की वह विपक्ष में बैठे। यही हाल रहा तो 2019 के चुनाव में कांग्रेस चार पर सिमट जायेगी। दास शुक्रवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 40 सांसद एक परिवार की राजनीति स्थापित करने के लिए देश को 142 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है। सता में रहने के साथ-साथ विपक्ष में भी देश को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा की देश की सबसे बड़ी पंचायत में जनहित से जुड़े मुद्दे उठने चाहिए, लेकिन कांग्रेस की वजह से ऐसा नहीं हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा की जिस जीएसटी बिल का कांग्रेस विरोध कर रही है वह उन्ही के नेता पी चिदंबरम के समय का है और इसके लागू होने से देश की जीडीपी दो से चार प्रतिशत तक बढ़ जायेगी। उन्होंने कहा की कांग्रेस के सांसदों को एकबार अपने अन्दर झांककर पार्टी लाइन से उठकर देश के बारे में इस विषय में सोचना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कांग्रेस की मौजूदा स्थिति के लिए पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी आजादी के बाद एक परिवार की पार्टी बनकर रह गयी है, बहुत जल्द ही यह सिर्फ राहुल और प्रियंका की कांग्रेस बनकर रह जायेगी।
उन्होंने कहा राहुल गाँधी प्रधानमंत्री की आलोचना कर अपनी राजनीतिक संभावनाएं तलाशने की कोशिश कर रहे है। हकीकत यह है की उन्ही की अनुभवहीनता ने कांग्रेस को डुबोया है। उन्होंने कहा की यह एक नया ट्रेंड बन गया है की एनडीए के लोगों को छोड़कर सभी दल पीएम की बुराई करके पोलिटिकल माइलेज लेना चाहते हैं।

उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर आरोप लगाया कि 1983 में उन्होंने सोवियत संघ के राष्ट्रपति को एक गुप्त पत्र भेजकर भारत में वामपंथी दलों खासकर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया के विरोध को कमजोर करने के लिए मदद मांगी थी। यह मदद उन्होंने बतौर भारत के पीएम मांगी, लेकिन इसकी भनक तक उस वक्त न तो संसद को लगी और न देशवासियों को।
इसके अलावा भोपाल गैस कांड के दोषी एंडरसन को अमेरिका भेजने में कांग्रेस की भूमिका से भी यह जाहिर होता है की कांग्रेस के लोग किस तरह से विदेशी ताकतों के हाथ खेल रहे थे।