Home India City News जेएनयू मामले के तार अलगाववादियों से जुड़े, पुलिस को खालिद की तलाश

जेएनयू मामले के तार अलगाववादियों से जुड़े, पुलिस को खालिद की तलाश

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जेएनयू मामले के तार अलगाववादियों से जुड़े, पुलिस को खालिद की तलाश
kashmiri separatist connection with an event at JNU
kashmiri separatist connection with an event at JNU
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नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में देशद्रोही प्रदर्शन की रुपरेखा तैयार करने का मामला गंभीर होता दिख रहा है। दिल्ली पुलिस द्वारा सौंपी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कार्यक्रम की रुपरेखा संस्थान के ही छात्र उमर खालिद ने तैयार की थी।

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए जेनएयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने भी अपने बयान में इस बात का खुलासा किया है। इस मामले में मुख्य अभियुक्त खालिद अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

जेएनयू परिसर पर संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के विरोध में हुए कार्यक्रम संबंधी रिपोर्ट सौंपते हुए दिल्ली पुलिस ने कहा कि कार्यक्रम की रुपरेखा संस्थान के पढ़ने वाले छात्र उमर खालिद ने तैयार की थी।

कन्हैया के बयान के बाद पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उमर का कश्मीर के अलगाववादी संगठनों से सीधा संपर्क था। कई कश्मीरी युवक उमर से मिलने लगातार आते रहे है। प्रदर्शन कार्यक्रम के पूर्व भी कई युवक संस्थान परिसर पर आकर ठहरे थे।

पुलिस अब इस बात की जांच में जुटी है कि हॉस्टल के रुम में इन बाहरी युवकों ठहरने पर कॉलेज प्रशासन द्वारा कोई रोक क्यों नहीं लगाई थी।

पुलिस के मुताबिक कन्हैया कुमार ने अपने बयान में यह भी कहा है कि प्रदर्शन के दौरान देश के टुकड़े करने और अफजल गुरु की शहादत के नारे भी कश्मीर से आए युवकों ने ही लगाए थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक गत 9 फरवरी को जेएनयू परिसर में हुए प्रदर्शन के पहले 7 फरवरी को करीब 10 कश्मीरी युवक आए थे जबकि मुख्य अभियुक्त उमर खालिद ने महीनों तक इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई थी। दिल्ली पुलिस उसे पकड़ने के लिए कई जगहों पर छापामारी की है।

जानकारी हो कि कश्मीरी युवकों के कॉलेज में आने के ठीक दो दिन बाद यानि 9 फरवरी को जेएनयू में बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। प्रदर्शन के दौरान छात्रों के एक समूह ने अफजल और मकबूल भट की फांसी को न्यायिक हत्या करार देते हुए देशद्रोही नारे भी लगाए थे।

बाद में पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया, जिसे बाद में दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया था।

जेएनयू में मंगलवार को भी रही छात्र संघ की हड़ताल

जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी मामले में छात्रों की गिरफ्तारी के खिलाफ छात्र संघ ने मंगलवार को भी हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया है। दूसरी ओर एबीवीपी और बजरंग दल ने भी देशव्यापी आंदोलन की घोषणा की है।

छात्र संघ की हड़ताल के समर्थन में टीचर्स एसोसिएशन के शामिल होने पर कैंपस में हंगामे के आसार बन रहे हैं। छात्र संघ ने कहा है कि अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई तक हड़ताल जारी रहेगी। जेएनयू टीचर्स एसोसिएसन के अलावा दिल्ली यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया इस्लामिया के टीचर्स एसोसिएशन ने भी छात्रों की रिहाई के लिए आवाज उठाई है। डूटा ने छात्रों की गिरफ्तारी का विरोध किया और जेएनयूटीए के साथ खड़ा हो गया।

जेएनयू में अफजल गुरु के समर्थन में कार्यक्रम आयोजित करने और देश विरोधी नारे लगाए जाने के खिलाफ एबीवीपी के बाद अब बजरंग दल ने भी विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है। बजरंग दल के नेता अलग-अलग हिस्सों में विरोध दर्ज कराएंगे। देश विरोधी नारे लगाए जाने के खिलाफ पूर्व सैनिक भी बुधवार को प्रदर्शन करेंगे. सेना के पूर्व अफसरों ने जेएनयू में चल रही देश विरोधी गतिविधियों पर आपत्ति जताई है।

कैंपस में विवादित कार्यक्रम के सिलसिले में शैक्षणिक कामों में भाग लेने से रोके गए आठ में से सात छात्रों को मामले की जांच कर रही उच्च-स्तरीय समिति के सामने पेश होना होगा। जेएनयू के रजिस्ट्रार भुपिंदर जुत्शी ने सात छात्रों को नोटिस भेजकर जांच समिति के सामने पेश होने के लिए कहा है। कन्हैया सहित आठ छात्रों को जांच पूरी होने तक शैक्षणिक कार्यकलापों से सस्पेंड कर दिया गया है।

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