Home Latest news उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग ने दिए अधिक मिसाइल परीक्षण के निर्देश

उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग ने दिए अधिक मिसाइल परीक्षण के निर्देश

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उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग ने दिए अधिक मिसाइल परीक्षण  के निर्देश
Kim Jong un orders more north korean nuclear, ballistic missile launch test
Kim Jong un orders more north korean nuclear, ballistic missile launch test
Kim Jong un orders more north korean nuclear, ballistic missile launch test

प्योंगयांग। उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता कीम जोंग उन ने एक बार फिर निर्देश दिए हैं कि सेना नई और बड़ी मारक क्षमता वाले मिसाइलें परीक्षण करे। उत्तर कोरिया की न्यूज एजेंसी केसीएनए ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।

एजेंसी के अनुसार कीम मिसाइल परीक्षण और उनकी निशाना साधने की क्षमता से काफी संतुष्ट हैं जिसको लेकर उन्होंने अधिकारियों और वैज्ञानिकों की प्रशंसा की है।

सिन्हुआ न्यूज़ एजेंसी ने उत्तर कोरिया की एजेंसी के हवाले से जानकारी दी है कि कीम ने कहा है कि मिसाइल परिक्षण का सामरिक दृष्टि से महत्व है ताकि कोरिया पीयुप्ल आर्मी अपने दक्षिण में बैठे दुश्मनों को सीधा निशाना बना सके।

यह ब्यान देते समय किम के साथ केपीए के सामान्य राजनीतिक ब्यूरो के निदेशक, ह्वांग प्योंग तो और केपीए जनरल स्टाफ के प्रमुख, री म्यॉन्गर और अन्य पार्टी और सेना के अधिकारी मौजूद थे।

उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और अमेरिका के नए प्रतिबंधों को धता बताते हुए उत्तर कोरिया लगातार परीक्षण और प्रक्षेपण कर रहा है।

पूर्वी तट से उसने सोमवार को कम दूरी तक मार करने वाली पांच मिसाइलें समुद्र में दागीं। इनकी मारक क्षमता 200 किलोमीटर तक है। इन्हें पूर्वी शहर हैमहंग से छोड़ा गया जो पूर्वी सागर (जापान सागर) में जाकर गिरीं।

विश्लेषक मिसाइल के बारे में खुफिया सूचना जुटा रहे हैं। बीते शुक्रवार को भी उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर पर दो मिसाइल परीक्षण किए थे, जिन्हें उच्च क्षमता वाला बहुद्देशीय रॉकेट लांचर करार दिया जा रहा है।

बढ़ते सैन्य तनाव के बीच किम जोन उन ने कई मिसाइल लांच करने का आदेश दिया है। इससे प्रायद्वीप में तनाव और बढ़ गया है।

उत्तर कोरिया ने 10 मार्च को ही मध्यम दूरी तक मार करने वाली दो बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। सुरक्षा परिषद ने इसे संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव का उल्लंघन बताते हुए इसे अस्वीकार्य करार दिया।