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भ्रष्टाचार के पैसे से भाजपा ने लडे चुनाव-लोढा

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भ्रष्टाचार के पैसे से भाजपा ने लडे चुनाव-लोढा
congress workers cheked at  gate in sirohi collectori
congress workers cheked at gate in sirohi collectori

सिरोही। पूर्व विधायक संयम लोढा के एक आरोप ने लोकसभा, विधानसभा, नगर निकाय और पंचायत के चुनाव लडने भाजपा प्रत्याशियों पर सवालिया निशान लगा दिया है। लोढा ने यहां बिजली के बिल में बढोतरी को कम करने पर यहां आयोजित धरने में स्पष्ट कहा कि भाजपा ने सिरोही नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार के पैसों से चुनाव लडा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यदि भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने ऐसा नहीं किया है तो वह सिरोही नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचारों की जांच क्यों नहीं करते।

उन्होंने तर्क दिया कि सीसीटीवी कैमरे में हुआ भ्रष्टाचार में कार्रवाई इस बात कर उदाहरण है कि इस गोरखधंधे में भाजपा के नेता शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यदि यह आरोप सत्य नहीं है तो इस मंच के माध्यम से कांग्रेस भाजपा से इन भ्रष्टाचारों की जांच करने की मांग करते हैं। उन्होंने एक और गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सिरोही नगर परिषद में चुनकर आए भाजपा पार्षद के जनप्रतिनिधि पैसा लेकर सरकारी जमीनों पर कब्जे करवाने के गोरखधंधे में लगे हुए हैं। उन्होंने केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार को गरीब विरोधी बताते हुए भूमि अधिग्रहण बिल और बिजली दरें बढाने के कदम को उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस धरने से सरकार बदलेगी तो नहीं लेकिन इससे भाजपा की पोल खुल जाएगी। उन्होंन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की नीयत पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि चुनावों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोग भाजपा के लिए वोट मांगते हैं और अब गरीब विरोधी निर्णयों में वह यह कहकर गला बचा रहे हैं कि भाजपा से उनका कोई लेना देना नहीं।
वहां स्वीकारा नहीं आपने अपनाया-गुर्जर
जिले में कांग्रेस के धरने के प्रभारी सोमेंद्र गुर्जर  ने राज्यमंत्री ओटाराम देवासी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति को हमने नहीं अपनाया उसे आपने जिताया। इसका खामियाजा भुगतना पड रहा है। उल्लेखनीय है कि सोमेन्द्र गुर्जर पाली जिले के उसी क्षेत्र के हैं जहां के सिरोही विधायक और गोपालन व देवस्थान राज्यमंत्री ओटाराम देवासी आते हैं।
नर्मदा के लिए करें जागरूक
अपने उदबोधन के दौरान लोढा ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कहा कि नर्मदा का पानी सिंचाई और पेयजल के लिए सिरोही में लाने के लिए जो गैर राजनीतिक अभियान शुरू हुआ है, उसमें शिरकत करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता गांव-गांव में जाकर लोगों को जागृत करें। उन्होंने कहा कि नर्मदा के नाम पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुमेरपुर में, वसुंधरा राजे ने सिरेाही में और सांसद व विधायक ने चुनाव प्रचार में कई वादे किये। अब यदि सिरोही की जनता उन्हें जिताने के बाद नर्मदा का जल सिरोही लाने के लिए अपेक्षा करती है तो कोई गलत नहीं है।

congress persons giving memorandum to collector v sarvan kumar
congress persons giving memorandum to collector v sarvan kumar

अतिक्रमण से राजस्व विभाग की कमाई
धरने के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। इसमें बिजली की दरों को कम करने की मांग की गई। इस दौरान चर्चा में पूर्व विधायक संयम लोढा ने पूर्व हुई चर्चा का याद दिलाते हुए जिला कलक्टर वी सरवन को कहा कि जिला मुख्यालय पर करीब 25 करोड की सरकारी जमीनों पर कब्जे कर लिए गए हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कई बीघा गोचर पर अतिक्रमण है। इनकी रिपोर्ट आने के बाद भी कार्रवाई नहीं होना प्रशासनिक शिथिलता का संदेश देती है। उन्होंने कलक्टर के सामने ही आरोप लगाया कि अतिक्रमण करवाना राजस्व विभाग के कार्मिकों की कमाई का माध्यम बन गया है।
नर्मदा के लिए पाइप का सर्वे नहर का नहीं
चर्चा के दौरान संयम लोढा ने जिला कलक्टर से नर्मदा के पानी के संबंध में स्टेटस की जानकारी भी चाही। इस पर जिला कलक्टर ने बताया कि जालोर के सरप्लस पानी को पाइप लाइन से सिरोही लाने के लिए सर्वे किया जा रहा है न कि नहर के लिए। इस पर लोढा ने कहा कि भाजपा ने चुनावों में नहर लाने का वायदा किया था, ऐसे में प्रशासन सिरोही में नर्मदा नहर के लिए सर्वे करवाने का पैसा जारी करवाने के लिए इस बजट में व्यवस्था करने का पत्र लिखकर सरकार को जनभावना से अवगत करवाए।

district president gangaben standing behind the congress man in sirohi collectori
district president gangaben standing behind the congress man in sirohi collectori

ये अशिष्टता कांग्रेस का शिष्टाचार!
यह सही है कि कांग्रेस मरणासन्न रहे या जिंदा। नेताओं की कमी इसमें नहीं होती। ऐसा ही जिला मुख्यालय पर बुधवार को हुए धरने में भी देखने को मिला। हर नेता धरने में बैठे कार्यकर्ताओं को संबोधित करके आफरे निकालने का आतुर दिखा। इतना ही नहीं भाषण देकर आफरे निकालने के बाद कांग्रेसी नेता धरना स्थल से इस तरह उठते नजर आए जैसे छोटे बच्चे क्रिकेट में बैटिंग करने के बाद भागने की सोचते हैं। कलक्टे्रट कार्यालय में भी यही नजारा दिखा। जिलाध्यक्ष गंगाबेन गरासिया कमरे से बाहर ही रह गई और दूसरे नेता कमरे में घुस गये। कलक्टर के कमरे में घुसने के बाद अपनी फोटो खिंचवाने की ललक में जिलाध्यक्ष और महिला होने के नाते इनके लिये कुर्सी छोडने के शिष्टाचार की भी इन कांग्रेसी नेताओं में कमी नजर आई।

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फ्रंट पर महिलाएं
धरना स्थल से जब कांग्रेसी कलक्टर कार्यालय की ओर जाने लगे तो पुलिस ने इससे पहले गेट बंद कर दिया। दरवाजे पर सबसे आगे महिला कांस्टेबलों को तैनात कर दिया, जिससे कांग्रेस के पुरुष कार्यकर्ता अंदर घुसने की जबरदस्ती नहीं कर सकें। यह देखकर कांग्रेस के पुरुष पदाधिकारी पीछे हट गए और उन्होंने भी महिला पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को महिला कांस्टेबलों के सामने कर दिया।
इन्होने किया संबोधन
जिला मुख्यालय पर कांग्रेस के धरने को कई दर्जन पदाधिकारियों ने भाषण दिये। इनमें गंगाबेन गरासिया, राजेन्द्र सांखला, अनाराम बोराणा, हेमलता शर्मा, हरीश चैधरी, गुमानसिंह, अश्विन गर्ग, पुखराज गहलोत, संध्या चैधरी, अचलसिंह बालिया, जीवाराम आर्य, अचलाराम माली, नवाराम समेत कई जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी शामिल थे।

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