Home India City News तटरक्षक का लापता विमान मिला, ब्लैक बॉक्स बरामद

तटरक्षक का लापता विमान मिला, ब्लैक बॉक्स बरामद

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तटरक्षक का लापता विमान मिला, ब्लैक बॉक्स बरामद
missing Coast Guard dornier debris found from TN sea waters, black box recovered
missing Coast Guard dornier debris found from TN sea waters, black box recovered
missing Coast Guard dornier debris found from TN sea waters, black box recovered

चेन्नई। तटरक्षक का एक महीने से अधिक समय से लापता डोर्नियर विमान तमिलनाडु तट से दूर समुद्र में पाया गया है। विमान का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर भी बरामद कर लिया गया है। लेकिन विमान के चालक दल के सदस्यों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

तटरक्षक के पूर्वी क्षेत्र के कमांडर, महानिरीक्षक सत्य प्रकाश शर्मा ने बताया कि चिदंबरम से कुछ दूरी पर डोर्नियर विमान समुद्र में 900 मीटर की गहराई में पाया गया है। चालक दल के सदस्यों के बारे में कोई सूचना नहीं है।

तटरक्षक का यह डोर्नियर विमान पायलट, उप कमाडैंट विद्यासागर, सहायक पायलट, सह कमाडैंट सुभाष सुरेश तथा नेविगेटर/प्रेक्षक एम.के.सोनी के साथ आठ जून की रात उस समय लापता हो गया था, जब वह तमिलनाडु तट और पाक खाड़ी की नियमित चौकसी उड़ान के बाद अपने अड्डे पर लौट रहा था।

इस घोषणा से लापता चालक दल के सदस्यों के परिजनों में आशा की किरण जगी है। सहायक पायलट सुभाष सुरेश की मां पद्मा सुरेश ने आईएएनएस से कहा कि उन्होंने सुना है कि लापता विमान का ब्लैक बॉक्स या डेटा रिकॉर्डर मिल गया है, लेकिन चालक दल के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है।

उन्होंने रुंधे गले से कहा कि हमें अब भी आशा है। हम प्रार्थना कर रहे हैं। तट रक्षक द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक भारतीय नौसेना की पनडुब्बी सिंधुध्वज को तलाशी अभियान में तैनात किया गया था, जिसने छह जुलाई को 996 मीटर की गहराई पर सिग्नल पकड़ा था। इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक पनडुब्बी ओलंपिक कैनन ने तलाशी को पुख्ता किया।

ओलंपिक कैनन रिमोट द्वारा संचालित वाहन है, जो लापता विमानों के फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) की तलाश करने में सक्षम है।

तटरक्षक ने कहा कि एफडीआर से घटना के कारणों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकेगी, जिसे तलाशी अभियान के लिए बड़ी उपलब्धि करार दिया गया है।

विमान के लापता होने के तुरंत बाद तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया था। समुद्र में 693 घंटे, जबकि आकाश से 196 घंटे की तलाशी के बाद यह सफलता मिली है।