Home Business डिजी लॉकर का शुभारंभ, नहीं होगी आरसी और डीएल साथ रखने की जरूरत

डिजी लॉकर का शुभारंभ, नहीं होगी आरसी और डीएल साथ रखने की जरूरत

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डिजी लॉकर का शुभारंभ, नहीं होगी आरसी और डीएल साथ रखने की जरूरत
not need to carry physical copy of RC and DL while driving, registration in your cell phone
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नई दिल्ली। संचार व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद और सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को यहां डिजी लॉकर एप का उद्घाटन किया।

इस एप के आने के बाद अब वाहन चालकों को अपना ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन की आर.सी. साथ रखने की जरूरत नहीं होगी। इन दोनों की पुष्टि डिजी लॉकर एप के जरिये मोबाइल पर ऑनलाइन हो सकेगी।

संचार व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया की दिशा में यह 18वां कदम है। इसके पहले ई-मंडी जैसे 17 प्लेटफार्म पहले देश की जनता को सौंपे जा चुके हैं। प्रसाद ने कहा कि डीजी लॉकर की लांचिंग से यह भी साबित होता है कि सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के बीच बेहतर समन्वय से काम हो रहा है।

उन्होंने कहा कि डिजिटल लॉकर का अकाउंट बनाने के लिए आधार नंबर और इससे जुड़े मोबाइल नंबर की जरूरत होगी। जैसे ही कोई अपना आधार नंबर एंटर करेगा, सिस्टम उसके रजिस्टर्ड मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड भेजेगा। इसके साथ ही उसे अपना ई-मेल भी कंफर्म कराना होगा।

प्रसाद ने कहा कि इसके बाद डिजी लॉकर में लॉग-इन कर “माई सर्टिफिकेट सेक्शन” में अपने दस्तावेजों को सुरक्षित रखा जा सकता है।

सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री गडकरी ने इस मौके पर कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की मदद से यह ट्रांसपोर्ट सेक्टर में उठाया गया एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि इससे देश भर के 19.5 करोड़ वाहन मालिक और 10 करोड़ लाइसेंस धारकों को काफी सहुलियत हो जाएगी और उन्हें इस क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार से भी मुक्ति मिल जाएगी।

गडकरी ने कहा कि जल्दी ही वाहन के बीमा और प्रदूषण सर्टिफिकेट को भी डिजी लॉकर से जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डिजी लॉकर मोदी सरकार की नवीनतम डिजिटल योजनाओं में से एक है।

इस लॉकर में आप अपने अन्य जरूरी दस्तावेजों को भी एक जगह डिजिटली स्टोर करके रख सकते हैं। इस मौके पर संचार व सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन भी मौजूद थीं।