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पाकिस्तान ने शर्मसार की इंसानियत, किरपाल का दिल व गुर्दे निकाले

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पाकिस्तान ने शर्मसार की इंसानियत, किरपाल का दिल व गुर्दे निकाले
pakistan sends kirpal singh's body with organs like heart and liver missing
pakistan sends kirpal singh's body with organs like heart and liver missing
pakistan sends kirpal singh’s body with organs like heart and liver missing

चंडीगढ़। पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में गत 11 अप्रेल को संदिग्ध परिस्थतियों में मृत भारतीय कैदी किरपाल सिंह का शव यहां भारत पाकिस्तान संयुक्त सीमा के रास्ते स्वदेश लाया गया।

पाकिस्तानी अधिकारी किरपाल का शव एक वैन में लेकर अपराह्न लगभग ढाई बजे संयुक्त सीमा पर पहुंचे जहां उन्होंने आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद किरपाल का शव सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सौंपा।

इस मौके पंजाब के कैबिनेट मंत्री गुलजार सिंह राणिके, अमृतसर के उपायुक्त वरुण रूजम तथा किरपाल के भतीजे अश्वनी और भाई रूप लाल एवं अन्य परिजन मौजूद थे। बाद में शव को परिजनों को दिखाया गया।

इस पर उन्होंने शव पर चोटों के निशान होने का दावा करते हुए इसका पुन: पोस्टमार्टम कराने की मांग की। अश्वनी ने कहा कि उनके चाचा के साथ जेल में अन्य कैदियों ने मारपीट की है तथा एक षडयंत्र के तहत उनकी हत्या की गई है क्योंकि वह एक अन्य कैदी सरबजीत सिंह की हत्या को लेकर रचे गये षडयंत्र को जानते थे।

उधर, किरपाल की बहन कृष्णा देवी और अन्य परिजनों ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी डाक्टरों ने पोस्टमार्टम के दौरान शव से अनेक महत्वपूर्ण अंग निकाल लिए हैं।

शव से दोनों गुर्दे और दिल भी गायब है जबकि ये अंग उस स्थिति में निकाने जाते हैं जब मौत जहर आदि के कारण हुई हो। उन्होंने इस पर संदेह व्यक्त करते हुए इस मामले की गहन जांच कराने की मांग की है।

किरपाल का अंतिम संस्कार, भतीजे ने दी मुखाग्नि

पाक जेल में मारे गए भारतीय कैदी किरपाल के शव का उनके पैतृक गांव मुस्तफाबाद में उनके परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। किरपाल के भतीजे अश्वनी ने उनके शव को मुखाग्नि दी। इस मौके पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे।

किरपाल की बॉडी मंगलवार को भारत लाई गई और सरकार ने बॉडी का दोबारा से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उनके शव को बुधवार सुबह उनके परिजनों को मुस्तफाबाद में सौंप दिया था।

अंतिम संस्कार के समय उनकी बॉडी पर हक जमाने वाली किरपाल की पहली पत्नी कलानौर की रहने वाली परमजीत कौर भी सामने आईं। उन्होंने किरपाल के लापता होने के बाद दूसरी शादी कर ली थी।

कौन था किरपाल

पचास वर्षीय किरपाल सिंह पंजाब के मुस्तफाबाद के रहने वाले थे। 1992 में कथित तौर पर वाघा सीमा से पाकिस्तान में घुसे थे जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बम विस्फोटों के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी।

11 अप्रैल को किरपाल सिंह की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पाकिस्तान सरकार का कहना था कि किरपाल सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। पाकिस्तान का कहना है कि किरपाल को सीने में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां हार्ट अटैक में उसकी मौत हो गई। जबिक किरपाल के परिजनों ने पाकिस्तान पर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया है।