Home Bihar नीतीश बताएं भाजपा ने उन्हें सीएम बनने के लिए कब बाध्य किया

नीतीश बताएं भाजपा ने उन्हें सीएम बनने के लिए कब बाध्य किया

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नीतीश बताएं भाजपा ने उन्हें सीएम बनने के लिए कब बाध्य किया
political crisis in bihar
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पटना। पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा यह कहे जाने कि दोबारा सीएम बनकर सत्ता की बागडोर संभालने के लिए भाजपा ने बाध्य किया है, इसपर उनके बयान का कड़ा विरोध करते हुए पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता डा. प्रेम कुमार ने नीतीश से पूछा कि भाजपा ने कब उन्हें सीएम बनने के लिए बाध्य किया है, बताएं?

नीतीश इस तरह का बयान देकर भाजपा के प्रति लोगों के बीच भ्रम फैलाने का काम नहीं करें। डा. कुमार ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि नीतीश स्वंय सीएम बनने के लिए आए दिन महादलित मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र अपने लोगों से करवाते रहें और अब भाजपा के खिलाफ आरोप लगा रहें हैं कि उन्हें दोबारा सीएम बनने के लिए बाध्य किया गया।

डा. कुमार ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मांझी को पिछले छह महीनों से नीतीश कुमार हटाने के लिए लगातार प्रत्यन करते रहें हैं। महादलित सीएम को लगातार अपमानित करना गैर संवैेधानिक हैं। नीतीश कुमार जिस तरह से दौबारा सीएम बनने के लिए जो कदम उठाया वह पूरी तरह से असंवैधानिक है, जिसका भाजपा कड़ा विरोध करती हैं।

एवं जीतन राम मांझी को भाजपा अपना पूर्ण समर्थन देती हैं। डा. कुमार ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि नीतीश ने महादलित का प्रेम बिलकूल दिखावा था। डा. कुमार ने नीतीश को याद दिलाया कि जब वे सीएम थे, तब उन्हें ने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर दशरथ मांझी को बैठाया था। उसके बाद दोबार महादलित के जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने का नाटक किया। और आज एक महादलित सीएम को हटा कर नीतीश स्वंय सीएम बनने की तैयारी क्यों कर रहे हैं?

विस अध्यक्ष ने दी मान्यता, नीतीश बने नेता

नीतीश कुमार के साथ उनके समर्थक भी  कुमार को जल्द से जल्द मुख्यमंत्री पद बैठाने के लिए उतावले हैं। इसी कड़ी में नीतीश समर्थक विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने नीतीश कुमार के जदयू विधायक दल के नेता के रुप में विधानसभा में मान्यता दे दी है।राजभवन से नीतीश समर्थक विधायकों के लौटने के बाद बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल के नेता के रुप में विधानसभा में मान्यता दे दी।

उन्होंने कहा कि जदयू विधानमंडल दल की बैठक में कुमार को सर्वसम्मति से विधानमंडल दल का नेता चुना गया है। इसीलिए उन्हें विधानसभा में जदयू विधायक दल के नेता के रुप में मान्यता दिया जा रहा है।  बताते चलें कि विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी नीतीश कुमार की खास पसंद हैं और वे हर काम नीतीश से पूद कर ही करते हैं। यह आरोप मांझी समर्थक जदयू विधायक राजीव रंजन, जो विधानसभा में जदयू के नये सचेतक बनाये गए हैं, कहा कि यह तो सर्वविदित है कि विस अध्यक्ष चौधरी नीतीश कुमार के इशारे पर कार्य करते हैं और उनके हर आदेश पर अमल करते हैं।

उन्होंने कहा कि पार्टी का सचेतक होने के नाते कई विधायकों को पार्टी से निष्कासित करने का नोटिस जारी करेंगे। दूसरी ओर विधायक दल के नेता के रुप में मान्यता मिलते ही नीतीश कुमार ने भाजपा को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू कराने के लिए काम कर रही है। अगर ऐसा हुआ तो यह कदम भाजपा के लिए आत्मघाती होगा।