Home Headlines धौलपुर-करौली-गंगापुर रेल परियोजना को मिले 35 करोड

धौलपुर-करौली-गंगापुर रेल परियोजना को मिले 35 करोड

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धौलपुर-करौली-गंगापुर रेल परियोजना को मिले 35 करोड
rail budget 2015 : Rs 35 crore sanctioned for dholpur-karauli rail project
rail budget 2015 : Rs 35 crore sanctioned for dholpur-karauli rail project
rail budget 2015 : Rs 35 crore sanctioned for dholpur-karauli rail project

धौलपुर। संसद में गुरुवार को रेलमंत्री सुरेश प्रभु द्वारा पेश किए गए केन्द्रीय रेल बजट में धौलपुर-करौली रेल परियोजना को 35 करोड़ रुपए मिले हैं।

राजस्थान में करौली-धौलपुर को जोड़ने वाली प्रस्तावित रेल लाईन परियोजना में धौलपुर-सरमथुरा-करौली-गंगापुर तक रेल लाईन का विस्तार किया जाना है। करीब 146 किलोमीटर की इस परियोजना का शुभारंभ यूपीए सरकार में किया गया था।

करौली-धौलपुर सांसद डॉ. मनोज राजौरिया ने बताया कि उन्होंने पिछले माह ही इस परियोजना के लिए रेल बजट में अधिक से अधिक बजट आवंटन का अनुरोध किया था। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए इस रेल लाईन की कार्यगति को बढ़ाने हेतु पिछले बजट के 10 करोड़ रुपए की तुलना में इस बजट को लगभग 3.5 गुना करके 35 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है।

सांसद डॉ. राजौरिया ने यात्रियों की मदद हेतु हेल्पलाईन नंबर 138, महिलाओं एवं अन्य यात्रियों की सुरक्षा हेतु टोल फ्री नंबर 182, अनारक्षित सीटों के टिकट 5 मिनट में प्राप्त करने की सुविधा जैसे प्रावधानों को भी सराहा है। रेल बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए धौलपुर के पूर्व विधायक अब्दुल सगीर खान ने कहा कि रेल मंत्री ने लोकलुभावन वायदों के स्थान पर ठोस प्रगति तथा यात्री सुविधाओं के विस्तार पर जोर दिया है।

पूर्व विधायक खान ने कहा कि रेल किराया नहीं बढाने से लेकर रेलवे के आधुनिकीकरण तथा यात्री सुरक्षा के प्रावधान सराहनीय कदम हैं। खान ने इस रेल बजट को दूरगामी बजट करार देते हुए कहा कि इससे रेलवे के आधारभूत ढांचे को मजबूती मिलेगी। वहीं,कांग्रेस ने रेल बजट को निराशाजनक बताया है।

कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष दुर्गादत्त शास्त्री ने कहा कि आज नई ट्रेनों की आवश्यकता है। लेकिन रेल बजट में कोई भी नई ट्रेन शुरू नहीं की गई है। रेल बजट में रेलवे विश्वविद्यालय की स्थापना जैसे प्रावधान व्यवहारिक प्रतीत नहीं होते हैं। इसके अलावा पूरे बजट को सीसीटीवी कैमरों तथा कुछ नंबरों तक ही सरमित कर दिया गया है तथा इसमें भी कुछ भी नई बात नहीं है।

धौलपुर-करौली-गंगापुर रेल परियोजना एक नजर में

राजस्थान के करौली और धौलपुर जिलों के डांग क्षेत्र को विकास के मानचित्र पर लाने वाली धौलपुर-करौली-गंगापुर रेल परियोजना दो चरणों में पूरी होगी। पहले चरण में धौलपुर से सरमथुरा के बीच में नैरागेज से ब्राडगेज में आमान परिवर्तन होगा। वहीं दूसरे चरण में सरमथुरा से करौली होते हुए गंगापुर तक रेल विस्तार की योजना है।

कई दशकों पुरानी धौलपुर-गंगापुर रेल परियोजना को वर्ष 2010-11 के बजट में मंजूरी मिली थी। इसके दो साल बाद वर्ष 2012-13 में परियोजना से संबधित सर्वें का काम पूरा किया गया। इसके बाद में सात फरवरी 2013 में केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री कोटला जय सूर्य प्रकाश रेडडी तथा तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस रेल परियोजना का शिलान्यास किया।

रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि 144.6 किलोमीटर लंबाई वाली इस रेल परियोजना की प्रस्तावित लागत 2030.50 करोड रुपए है। इस रेल लाईन पर करीब बीस रेलवे स्टेशन बनेंगे। इनमें धौलपुर के अलावा नुरपुरा,गढी सांदरा, सुरोठी, मोहारी, रनपुरा, आंगई, कांकरेट, बरौली, सरमथुरा, बडागांव,टिटवाई,करौली,कैलादेवीरोड, नया आटा,कुड़गांव तथा गंगापुर सिटी शामिल हैं।

इस रेल परियोजना में सडक पर 15 पुल बनाए जाएंगे, जबकि सड़क से निचले पुलों की संख्या 81 रहेगी। रेल परियोजना में कोई भी रेल समपार नहीं है। रेल परियोजना में छोटे और बड़े पुलों की कुल संख्या 220 रहेगी। धौलपुर-गंगापुर रेल परियोजना के पूरा होने के बाद में धौलपुर का संपर्क कोटा डिवीजन से हो जाएगा, वहीं करौली समेत डांग के अन्य इलाकों में रेल लाईन बिछने का सपना साकार हो सकेगा।

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