Home UP Allahabad यूपी में बाढ़ का कहर, इलाहाबाद में सेना को किया गया सतर्क

यूपी में बाढ़ का कहर, इलाहाबाद में सेना को किया गया सतर्क

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यूपी में बाढ़ का कहर, इलाहाबाद में सेना को किया गया सतर्क
rains, flood create havoc in Several part of uttar pradesh, army alert in Allahabad
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लखनऊ। लगातार बारिश के चलते उत्तर प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ के कारण अधिकतर नदियां उफान पर बह रही हैं। इलाहाबाद और वाराणसी में बाढ़ का पानी कई मोहल्लों में घुसने से पलायन की स्थिति पैदा हो गई है। इलाहाबाद में स्थिति से निपटने के लिए सेना को भी सतर्क किया गया है।

इस बीच मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों के दौरान कहीं सामान्य तो कहीं तेज बारिश होने की उम्मीद है। बारिश के चलते प्रदेश की प्रमुख नदियों गंगा, यमुना, घाघरा, गोमती, सोन आदि नदियों के साथ ही उनकी सहायक नदियों ने सैकड़ों गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है।

रिहंद समेत सभी बांध बाढ़ के पानी से लबालब भर गए हैं। इससे हालात बेकाबू हो रहे हैं। सोनभद्र में रिहंद का जलस्तर 868 फीट से ऊपर हो गया है। इस बांध में लाल स्तर 871 फीट है।

बाढ़ की भयावता देखते हुए मीरजापुर में कई जलाशयों के फाटक खोलकर पानी बहाया जा रहा हैं, लेकिन गंगा का पानी वाराणसी में तेजी से बढ़ रहा है।

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार वाराणसी में गंगा का जलस्तर तीन सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। यहां बाढ़ का पानी गुरुवार शाम को ही आवादी वाले क्षेत्र में घुस गया जिससे हड़कंप मच गया। शुक्रवार सुबह अस्सीघाट इलाके में लोगों को अपने आवास तक पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।

उधर इलाहाबाद में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ने से जिला प्रशासन ने सेना को सतर्क कर दिया गया। वहां खतरे का निशान 84.73 मीटर है। फाफामऊ में गंगा का जलस्तर गुरुवार शाम को ही 84.48 मीटर दर्ज किया गया। नैनी क्षेत्र में यमुना नदी का भी जलस्तर 84.33 मीटर हो चुका है।

सलोरी, बक्सी, दारागंज, सलोरी, अल्लापुर, राजापुर जैसे निचले इलाके में रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर रहे हैं।

इसके अलावा बांदा में केन नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी है। गोंडा में सरयू और घाघरा नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। सैकड़ों गांव बाढ़ के पानी से घिर गये हैं। हजारों एकड़ फसल पानी में डूबकर बर्बाद हो रही है। लोगों का आरोप है कि उन तक प्रशासन की तरफ से राहत सामग्री भी नहीं पहुंच पा रही है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के अधिकतर भागों में पिछले कई दिनों से लगातार पानी बरस रहा है। हालांकि गुरुवार को कुछ भागों में पानी नहीं बरसा लेकिन मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कहीं सामान्य तो कहीं तेज बारिश होने की उम्मीद है। शुक्रवार सुबह से ही राजधानी लखनऊ व आसपास के इलाकों में बादल छाये हुये हैं और बारिश होने की सम्भावना है।

उप्र मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार अगले दिन में बादल छाये रहेंगे और तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जायेगी। दिन में तेज ठंड हवायें चलेंगी जिससे उमस से भी राहत मिलेगी। पूर्वांचल के कई जिलों में पिछले 24 घंटों रूक-रूककर बारिश हो रही हैं।

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किये जाने की सम्भावना है।

लखनऊ के अतिरिक्त शुक्रवार को बनारस का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री, कानपुर का 22 डिग्री, गोरखपुर का 24.3 डिग्री, झांसी का 23 डिग्री और इलाहाबाद का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।