Home Entertainment Bollywood राजस्थान के वीरतापूर्ण इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगी : लोकेन्द्र सिंह कालवी

राजस्थान के वीरतापूर्ण इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगी : लोकेन्द्र सिंह कालवी

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राजस्थान के वीरतापूर्ण इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगी : लोकेन्द्र सिंह कालवी
rajput karni sena Lokendra Singh kalvi blames Sanjay Leela Bhansali of distoring history
rajput karni sena Lokendra Singh kalvi blames Sanjay Leela Bhansali of distoring history
rajput karni sena Lokendra Singh kalvi blames Sanjay Leela Bhansali of distoring history

जयपुर। राजपूत करणी सेना ने कहा है कि राजस्थान के वीरतापूर्ण इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

करणी सेना ने शुक्रवार को जयगढ में हुई मारपीट और बदसलूकी की घटना के लिए पद्मावती के निर्देशक संजय लीला भंसाली को ही जिम्मेदार बताते हुए चेतावनी दी कि जब तक फिल्म के विवादित दृश्यों को नहीं हटाया जाता तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा।

उधर प्रदेश के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा है कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ के मामले में गुस्सा आना स्वाभाविक है, लेकिन कानून को हाथ में नहीं लिया जाना चाहिए। आक्रोश है तो पुलिस के पास जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस मामले में दोषियों का बक्शा नहीं जाएगा। फिलहाल इस संबंध में पांच लोगों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने शनिवार को राजपूत सभा भवन में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि 16 हजार रानियों के साथ जौहर करने वाली रानी पद्मावती को अलाउद्दीन के साथ दिखाकर हम उस वीरांगना को कैसी श्रद्धाजंलि दे रहे है।

देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित सभी उस जौहर वाले स्थल पर जाते हैं। सभी जानते हैं इस स्थान का, रानी का क्या इतिहास है। उस जौहर को पूजा जाता है। फिर अलाउद्दीन के सपने में रानी के सीन कैसे बर्दाश्त किए जा सकते हैं।

क्रिएटिविटी के चक्कर में राजस्थान का शौर्यपूर्ण इतिहास खत्म नहीं होने देंगे। अब राजस्थान में ऐसा सब नहीं चलेगा।

कालवी ने कहा कि शुक्रवार को हुई मारपीट की पूरी घटना की मुख्य जड़ संजय लीला भंसाली है, क्योंकि शूटिंग के दौरान हमारे प्रदेशाध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना अपने साथी कार्यकर्ताओं के साथ संजय लीला भंसाली से मिलने गए थे तब भंसाली को मिलने में इतनी गुरेज थी कि उन्होंने अपने गार्डों द्वारा फायरिंग करवाई तो ऐसे में उनके साथ इस तरह की घटना होना गलत नहीं है।

उन्होंने कहा कि करीब डेढ माह पूर्व हमने भंसाली से मुम्बई में मुलाकात कर विवादित फिल्म नहीं बनाने का आग्रह किया था, लेकिन वे नहीं माने। हमने सूचना और प्रसारण मंत्रालय में भी अर्जी लगाई थी। एक दो दिन पहले जयपुर में हमें जानकारी मिली थी कि फिल्म की शूटिंग 29 जनवरी को रायसर गांव में होनी है।

हमने भंसाली से वहीं मिलने का फैसला किया था, लेकिन अचानक हमें फिल्म की शूटिंग जयगढ में होने की सूचना मिली। हमने वहां भंसाली से बातचीत की, लेकिन वे विवादित सीन फिल्माने पर अडे हुए थे। अचानक फिल्म के क्रू से किसी ने तीन हवाई फायर किए।

उसके बाद मामला बिगड गया। राजपूत गोलियों से डरने वाला नहीं है और हमने भी गोलियों का जवाब दिया और इसके लिए मुझे कोई खेद नहीं है। मैं किसी से माफी नहीं मांगूगा।

उन्होंने दावा किया कि फिल्म की जयगढ में शूटिंग के लिए पुलिस, प्रशासन और वन विभाग से अनुमति नहीं ली गई थी सेना के प्रदेशाध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि हमें महाराष्ट्र की मनसे की तरह समझाना आता है।

लेकिन बावजूद इसके हमने पहल नहीं की। मैं अपने लडकों को आदेश देता तो एक भी सही सलामत मुंबई नहीं पहुंचता। हम उनको हमारे वीरतापर्णू इतिहास से छेडछाड कैसे करने दे सकते है।

इस बीच फिल्म डायरेक्टर संजय लीला भंसाली के साथ बदसलूकी मामले में कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पद्मावती ने शौर्य का परिचय देते हुए जौहर किया था। ऐसे में इतिहास को तोड़मरोड़कर पेश करने से लोगों की भावना आहत होना स्वाभाविक है।

हांलाकि भंसाली के साथ मारपीट हुई है तो यह सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि पुलिस सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए। फिल्म पद्मावती को लेकर छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सिटी पैलेस के बाहर विरोध प्रदर्शन कर फिल्म की शूटिंग रोकने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने पुलिस को इस संबंध में ज्ञापन सौपा।

उदयपुर के गुलागबाग तिराहे पर राजपूत करणी सेना के समर्थन में विरोध प्रदर्श्न हुआ। विश्व हिन्दू परिषद ने भी फिल्मकार संजय लीला भंसाली का विरोध करते हुए कहा कि हिन्दू समाज रानी पद्मावती का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।

परिषद के प्रदेश मंत्री नरपत सिंह शेखावत ने कहा कि काल्पनिक कथानक पर अपने मन मुताबिक कहानी दिखाने को काई भी फिल्मकार स्वतंत्र है, किन्तु जब कथानक ऐतिहासिक हो तो फिल्मकार की इतिहास के प्रति गंभीर जवाबदेही होती है।

स्वाभिमानी महारानी पद्मावती का जौहर राजस्थान ही नहीं बल्कि हिन्दुस्तान के इतिहास का गौरवषाली अध्याय है हिन्दुस्तान के ऐसे गौरवशाली इतिहास में दर्ज महारानी पावती को सिर्फ बालीवुड में दिखाकर भारत के इतिहास धर्म और संस्कृति का अपमान एक जघन्य कृत्य है।

बजरंग दल के प्रान्त संयोजक अशोक सिंह राजावत ने कहा कि इतिहास को बदलने का प्रयास करने वालों का विरोध कर उचित जवाब दिया गया है। यदि भंसाली ने अपनी फिल्म के आपत्तिजनक दृश्यों में उचित बदलाव नहीं किया तो होने वाली प्रतिक्रिया के लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।

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