Home Breaking दिल्ली में ऑड ईवन शुरू, पहला चालान काटा गया

दिल्ली में ऑड ईवन शुरू, पहला चालान काटा गया

0
दिल्ली में ऑड ईवन शुरू, पहला चालान काटा गया
second phase of Odd Even traffic scheme start in Delhi
second phase of Odd Even traffic scheme start in Delhi
second phase of Odd Even traffic scheme start in Delhi

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने शुक्रवार से सम-विषय योजना का दूसरा चरण शुरू किया है। दिल्ली की सड़कों पर प्रदूषण और यातायात कंट्रोल करने के लिए शुरू किये गए इस अभियान को सफल बंनाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वासियों से अपील की है।

आज सड़क पर सिर्फ ऑड नंबर की गाड़ी चल रही है, नियम न मानने पर सुबह करीब 9 बजे महाराजपुर बॉर्डर पर पहला चालान काटा गया। 30 अप्रेल तक चलने वाले इस अभियान के लिए रोजाना सड़कों पर 2000 यातायात कर्मी, 580 प्रवर्तन अधिकारी एवं 5000 से अधिक नागरिक रक्षा स्वयंसेवक तैनात रहेंगे।

सम-विषय योजना के शुरूआती तीन दिन तो छुट्टियों में बीतेंगे, इसलिए इस अभियान का असर सोमवार से देखने को मिलेगा जब राजधानी के सारे कार्यालय खुलेंगे।

दिल्ली सरकार के मुताबिक दस वीडियो कैमरा प्रवर्तन टीमों को प्रमुख यातायात जंक्शनों पर लगाया गया है जो सम-विषम के दौरान गाडियों की मॉनिटिरिंग करेंगी। परिवहन विभाग ने 400 सदस्यों को मिलाकर एक इनफोर्समेंट टीम बनाई है जिसका सम-विषम के दौरान मोबाइल टीम के रूप में तैनात किया जाएगा।

इसके अलावा, प्रवर्तन विंग में 180 कर्मी और भी उपलब्ध कराए गए है। जांच टीमों को क्रॉसिंग तथा सड़कों के व्यापक अनुभाग में तैनात किया जाएगा, ताकि वहाँ यातायात में कोई व्यवधान न हो। प्रवर्तन टीमों को रेलवे स्टेशनों, आइएसबीटी, अस्पतालों और मुख्य वाणिज्यिक व्यापार केन्द्रों पर तैनात किया जायेगा ताकि वे ऑटो रिक्शा, टैक्सियों पर नजर रखें।

प्रवर्तन टीमों के पास दस सूत्री चार्ट हैं जिसमें आईएसबीटी, रेलवे स्टेशनों, स्वास्थ्य संस्थानों, बड़े चौराहों, आईजीआई हवाई अड्डे के आसपास के क्षेत्र एवं भीड़भाड़ वाले भवन शामिल हैं। यातायात विभाग ने शहर में 200 ऐसे चौराहों की पहचान की जहां उनके कर्मी टीमों में तैनात किये गए हैं।

वैसे टीम का आकार उन चौराहों पर यातायात की मात्रा के आधार पर तय होगा। राय ने कहा कि सरकार इस योजना के दौरान स्कूल के बाद बच्चों को लाने जा रही कार की समस्या का हल ढूढ नहीं पायी है। जिन कारों में स्कूली वर्दी में बच्चे जा रहे हैं, उन्हें सम विषम से छूट है। लेकिन अभिभावकों ने उन्हें स्कूल से वापस लाने जा रही कारों को लेकर आशंका प्रकट की है।